यक्ष प्रश्न : बतायो राजन पत्रकार और संवाददाता (REPORTER) में अंतर क्या है ?
शुभेन्दु : महाबाहो जो पत्र को आकार दे उसे पत्रकार बोलते हैं मतलब अंग्रेजी में journalist और महाबाहो रिपोर्टर उसे कहते हैं जो सुचना लेकर आये।
यक्ष :- जड़ा विस्तार से बाताइये राजन कुछ समझ नही आया ! थोडा इसको आसान भाषा में समझाइये The Lallantop की तरह।
शुभेन्दु :- महाबाहो पत्र को आकार देने का मतलब है जो सूचनाये मुझे अथवा किसी स्टूडियो में बैठे व्यक्ति को मिला उस खबर पर वो अपना दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है उदाहरण स्वरुप रेल दुर्घटना हुई उस खबर पर फिल्ड पर जो लड़का कार्य कर रहा है वो इसकी सुचना अपने कार्यालय तक whatsapp, mail, या फिर विडियो कांफेर्सिंग या फिर ज़ूम के द्वारा पहुचायेगा उसके बाद पत्रकार उस पर सरकार को आइना दिखाएगा सरकार के इंतजाम पर सवाल खड़े करेगा, उसको भला बुरा कहेगा सारी सूचनाओं को परत दर परत बतायेगा उसे पत्रकार कहते हैं। और जिसने पत्रकार को इसकी सुचना प्रेषित की उसे रिपोर्टर या सम्वाददाता कहते है।
यक्ष :- मनीष कश्यप क्या था ? वो तो फील्ड पर ही इंजिनियर से लड़ बैठता था ! वही विवेचना करने लगता था वो क्या था ? और भी कई लोग ऐसा कर रहे हैं उसके देखा देखि और तुमने भी तो राजन बिजली के अधिकारियो को जम कर धोया ये कैसी पत्रकारिता थी ? इसमें रिपोर्टर कौन होता है और पत्रकार कौन ?
शुभेन्दु :- मह्बाहो जब सिस्टम से कोई तंग आ जाए फिर system से लड़ना पड़ता है इसको बोलते है activism और जो ऐसा कर रहा होता है उसको बोलते हैं activist.
यक्ष :- फिर राजन ये बताओ तुम इनको झोला छाप पत्रकार या डिटर्जेंट छाप पत्रकार क्यों कहते हो? वो तो activist है बढ़िया काम करता है !
शुभेन्दु :- एक दो बार जो आपा खोये वो चलता है वो मनुष्य का स्वाभाव है मगर जो बार बार आपा खो बैठे वो ऐसा जान बुझकर करता है व्यूज पॉपुलैरिटी और पैसा के लिए इससे उन्माद बढता है और रिजल्ट जीरो मिलता है क्योंकि किसी भी नेता को नौटंकी देखने का कोई सौख नही और उसकी सही बात भी नही सुनते मसलन आप अपनी अर्धागनी या घर के किसी सदस्य से प्यार मोहब्बत से बात नही करते और सीधा कहते है खाना आज क्यों नही बना मार के तुमको सुता दिया जाएगा इस स्थिति में महाबाहो आपको खाना भी नही मिलेगा और मार कुटाई अलग से होगी. इसी बात को शालीनता से भी तो कह सकते हैं की बउआ खाना नही बनेगा ? हो सकता है वो बीमार है हो सकता है वो अभी तक किसी और गृह कार्य की वजह से देरी हुई हो तो तुरंत आपको जबाब मिलता है.
यक्ष :- ओ , बताओ तुम्हे क्या इनाम चाहिए ? तुमने मेरे सभी सवालों का सही जबाब देकर मन खुस कर दिया।
शुभेन्दु :- महाबाहो ये कलयुग है जानकारी के लिए बता दिए हैं नही तो याद है Tejashwi Yadav जी के पिता श्री Lalu Prasad Yadav कैसे इस तरह के उन्मादी पत्रकारों को एक मुक्का मारते थे की नाच के गिर जाता था हलांकि की वो कहते थे और उनका बड़का बेटा Tej Pratap Yadav जी ऐसा करते पाए भी गये है हालांकि उनपर भी इल्जाम ही है. उन्होंने सिर्फ case किया है मारा पिटा शायद उन्होंने भी नही है ! नेता है थोडा बहुत तो ठसक दिखाएँगे ही। तो उन्ही को बुलवाकर आपका कुल वरदान देने की आदत को अंग विशेष में घुसेड दिया जाएगा।
यक्ष :- कलयुग का मानव बहुत बदतमीज़ हो गया है।
हम कुछ बोलते उससे पहले ही वो गायब हो गये। मेरी नींद खुली तब देखा ये तो सपना था। फिर से चादर तान कर AC को 18 डिग्री से 24 डिग्री पर सेट करके नींद के आगोस में चला गया।
उम्मीद है आप लोगो को पत्रकारिता होती क्या समझ आ चूका होगा। और मनीष कश्यप के शैली से हम असहमत क्यों है यह भी क्लियर हो गया होगा ! चलते है आजकल बहुत काम रहता है विडियो एडिट करते करते हालत खराब है। फिर भी ये तो ज्ञान है आप लोग थोड़े ही न देखिएगा फिर भी कृष्ण कहते हैं कर्म किये जा फल की च्निता मत कर इसलिए तो हम कहते हैं कृष्ण है तो कर्म है, और कर्म है तो कृष्ण है राधे राधे।