खुद पर भरोषा रखिये मतलब belive in yourself
#EXPECTATION और लाभ हानि का भाव किसी व्यक्ति से मिलने पर अविश्वास का परिचायक है.
फिर आप कहते हैं मुझे बहुत धोखेबाज लोग मिले बड़ा सवाल यह है की वो धोखेबाज था या आप आपने भी तो कामना पाली थी वास्तव में ऐसे लोग किताबी है। जो ज्ञान का प्रदर्शन तो करते है मगर ये उनका स्वांग है। मतलब ज्ञानी होने का ढोंग करना कोई भी व्यक्ति जिससे आप नया नया मिलते हैं। फिर आप उसमे लाभ और हानि को देखकर उसका हाँथ छोड़ते और पकड़ते हैं। मतलब आपके मन में अभी भी expectation है।
कोई व्यक्ति अगर आपसे नही मिलता या फिर बात चित नही होती तो हो सकता है उक्त व्यक्ति के पास समय की कमी हो मगर जो इंसान आपसे घंटो बात करे और एक दिन अचानक गायब हो जाए मतलब वो आपको जज कर रहा था। की आप उसके लिए उपयोगी है या नही ! कीसी भी बात की कामना होना किसी से चाहे वो शरीर की कामना हो या फिर पैसा या सहयोग, किसी भी तरह की इच्छा रखने वाला मनुष्य ज्ञानी नही अपितु ढोंग कर रहा होता है।
ख्याति से इसका कोई लेना देना नही आपका बड़ा नाम है या आप कितने ही सोहरत वाले क्यों न हो आपका ज्ञान और ख्याति सब एक माया है और आप माया से गर्षित है। इच्छा का त्याग मान सम्मान का त्याग समय आने पर शरीर तक का त्याग ही ज्ञानवान व्यक्ति होने की पहचान है। ज्ञान और ज्ञान ढूंढता है. मतलब वो सिर्फ ज्ञान खोजता है आपके पास कितनी ख्याति है इससे उसका कोई लेना देना ही नही. जैसे कचड़े में फेंका हुआ कोई धर्म ग्रन्थ या फिर मरोरे हुए रूपये की वैल्यू कम नही होती।
उसकी पहचान करनेवाला वास्तव में ज्ञानी है। ज्ञानियों के पास न तो कोई इच्छा है न कोई लोभ लालच बस वो कर्म में लीन रहता है। कई लोग धन और ऐश्वर्य देख कर अंधे हो जाते हैं। क्योंकि ये उनकी कामना थी फिर कामना से मोह और मोह से घमंड तक का सफर तय करते हैं। ज्ञान का होना मतलब अविश्वास का नास इच्छा का नास नए लोगो की तलास बिना कोई लालसा के नए ज्ञानियों की खोज आप करते हैं। जिसमे आपका कोई लाभ है ही नही.
फिर भी ज्ञान और ज्ञान ढूंढता है बहरहाल ……….. राधे राधे
#shubhendukecomments