पटना, 03 अप्रैल, 2024 ::

लगातर वर्ष 2019 से परेशान और प्रतारित रह रही युवती खुशबू कुमारी ने ह्यूमन राइट्स डिफेंडर संस्था से न्याय दिलाने की अनुरोध की। उसकेे अनुरोध पर ह्यूमन राइट्स डिफेंडर दल ने मामले पर संज्ञान लेते हुए पहल शुरू की। खुशबू कुमारी की सारी स्थिति से अवगत होते हुए खुशबू कुमारी को न्याय दिलाने के लिए शेखपुरा जिलांतर्गत करंडे थाना ह्यूमन राइट्स डिफेंडर की टीम पहुंची।

खुशबू कुमारी के मामले पर पूर्व में न्यायिक दंडाधिकारी द्वारा उसके पति को राम कुमार चौधरी को महावारी गुजारा भत्ता देने के साथ अग्रिम जमानत दिया गया था। इस आदेश के बावजूद खुशबू कुमारी को आज तक गुजारा भत्ता नहीं दिया गया और उसका पति दूसरी शादी कर दूसरी पत्नी के साथ जीवन बसर कर रहा है।

खुशबू कुमारी, सकुनतपुल पर, जिला शेखपुरा की रहने वाली है। वहीं उसका पति राम कुमार चौधरी, पिता राजेन्द्र चौधरी, निवासी ग्राम- लुटोर, थाना करंडे, जिला – शेखपुरा के निवासी है।
ह्यूमन राइट्स डिफेंडर दल अरंडे थाना पर ही पीड़िता के पति को बुलवाकर मामले पर संज्ञान लिया और मामले को समझौते तक ले आया।

ह्यूमन राइट्स डिफेंडर संस्था की पहल पर खुशबू कुमारी के पति राम कुमार चौधरी ने लिखित रूप में
आश्वासन दिया है कि खुशबू कुमारी से समझौता हो जाने के बाद 35 दिनों के अंदर खुशबू कुमारी को एक लाख अस्सी हजार रुपए देंगे। यह राशि ह्यूमन राइट्स डिफेंडर संस्था के प्रतिनिधि के समक्ष देंगे। पूरा राशि समयावधि के अंदर नहीं देने पर ह्यूमन राइट्स डिफेंडर मेरे ऊपर कानूनी कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र होगी।

राम कुमार चौधरी की इस लिखित आश्वासन पर रंजित कुमार पासवान, पिता राजेन्द्र चौधरी और भाई राहुल कुमार ने गवाही दर्ज किया है।

ध्यातव्य है कि आरोपी युवक राम कुमार चौधरी को पूर्व में भी संस्थाओं की पहल पर गिरफ्तार कराया गया था।
उस समय भी आरोपी पति को गिरफ्तार कराने के लिए खुशबू कुमारी न्याय के लिए भटक रही थी और पीड़िता को न्याय दिलाया गया था।

समझौते तक मामला को लाने में ह्यूमन राइट्स डिफेंडर के संस्थापिका सह महासचिव पूजा सिन्हा, उप संस्थापिका सह महासचिव (एस सी/एस टी) आशा देवी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रश्मि सिन्हा, राष्ट्रीय निगरानी सरिता देवी एवम बिहार प्रदेश सचिव किशन राज अहम भूमिका निभाया है।
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