📍 पटना | 05 मार्च 2025 – बिहार सरकार ने राज्य से बाहर काम करने वाले श्रमिकों के हित में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए ‘बिहार प्रवासी कामगार ऐप’ लॉन्च किया है। इस ऐप का लोकार्पण श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह ने पटना के प्रतिबिंब सभागार, नियोजन भवन में किया। इस अवसर पर श्रम विभाग के सचिव दीपक आनंद, श्रमायुक्त राजेश भारती सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
🔹 ऐप की खासियतें:
✅ पंचायत स्तर पर प्रवासी श्रमिकों का डाटाबेस तैयार किया जाएगा।
✅ अगले तीन महीनों में 10 लाख श्रमिकों के पंजीकरण का लक्ष्य।
✅ श्रमिक स्वयं भी ऐप पर अपनी जानकारी भर सकते हैं।
✅ निबंधन के बाद 12 अंकों की पंजीकरण संख्या मिलेगी।
✅ सरकार की योजनाओं और रोजगार अवसरों की जानकारी मिलेगी।
🛠️ श्रम संसाधन मंत्री ने क्या कहा?
🗣️ मंत्री संतोष कुमार सिंह ने कहा,
“यह ऐप बिहार के लाखों प्रवासी मजदूरों के लिए वरदान साबित होगा। इसके जरिए उन्हें रोजगार, कौशल विकास, सामाजिक सुरक्षा और सरकारी सेवाओं की सीधी जानकारी मिलेगी। सरकार ने 20 लाख श्रमिकों के पंजीकरण का लक्ष्य रखा है।”
📊 प्रवासी श्रमिकों के लिए क्या लाभ?
✔️ बिहार राज्य प्रवासी मजदूर दुर्घटना अनुदान योजना, 2008 के तहत:
- दुर्घटना मृत्यु पर ₹2 लाख अनुदान।
- पूर्ण विकलांगता पर ₹1 लाख और आंशिक विकलांगता पर ₹50 हजार सहायता।
✔️ रोजगार और सरकारी योजनाओं से जुड़ने का मौका।
✔️ पंचायत स्तर पर नौकरी के अवसरों की जानकारी उपलब्ध होगी।
📢 कैसे होगा प्रचार-प्रसार?
📌 सरकार ऐप को प्रवासी श्रमिकों तक पहुँचाने के लिए विशेष अभियान चलाएगी।
📌 जिला और पंचायत स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम होंगे।
📌 सरकारी कर्मी, विकास मित्र, जीविका समूह, आंगनबाड़ी कर्मी, पंचायत सेवक श्रमिकों को ऐप के बारे में जानकारी देंगे।
📌 रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, सरकारी कार्यालयों और पंचायत भवनों में शिविर लगाए जाएंगे।
📋 निगरानी और प्रोत्साहन योजना
📍 श्रम अधीक्षक को नोडल अधिकारी बनाया गया है।
📍 सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले 5 श्रम प्रवर्तन पदाधिकारियों और 1 श्रम अधीक्षक को सम्मानित किया जाएगा।
📍 हर जिले में अभियान की सख्त निगरानी की जाएगी।
💡 बिहार सरकार का यह ऐप प्रवासी श्रमिकों के लिए एक नई शुरुआत है। यदि आप प्रवासी कामगार हैं, तो जल्द से जल्द ‘बिहार प्रवासी कामगार ऐप’ पर अपना पंजीकरण कराएँ और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएँ!