सोशल मीडिया कंपनियों को प्रतिबंधित और गलत जानकारी वाले कंटेंट को रोकने के लिए कानूनी तौर पर जवाबदेह बनाने के लिए केंद्र सरकार IT रूल्स में संशोधन कर रही है। सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि देश में ऑपरेट कर रहे Facebook और Twitter जैसे प्लेटफॉर्म्स को देश के कानूनों का पालन करने के साथ ही यूजर्स के संवैधानिक अधिकारियों का ध्यान रखना होगा। 

नए रूल्स में अपीलेट कमिटी बनाने का प्रावधान है, जो कंटेंट हटाने या ब्लॉक करने से जुड़े निवेदनों पर बड़ी टेक कंपनियों के फैसलों को रद्द कर सकती है। सोशल मीडिया कंपनियों पर कंटेंट को लेकर लापरवाही बरतने या शिकायतों का जल्द समाधान नहीं करने के आरोप लगते रहे हैं। IT स्टेट मिनिस्टर Rajeev Chandrasekhar ने बताया कि IT रूल्स में बदलाव से सोशल मीडिया कंपनियों पर कंटेंट को लेकर शिकायतों का जल्द निपटारा हो सकेगा। उन्होंने कहा कि ऐसी शिकायतों को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के लापरवाही वाले रवैये के कारण इन रूल्स में बदलाव करना जरूरी था। उनका कहना था कि ऐसे रवैये को स्वीकार नहीं किया जा सकता। 

बड़ी इलेक्ट्रिक कार कंपनियों में शामिल Tesla के CEO, Elon Musk ने पिछले सप्ताह ट्विटर को लगभग 44 अरब डॉलर में खरीदने की डील पूरी की थी। इससे मस्क दुनिया भर में बड़ा असर रखने वाले सोशल मीडिया ऐप्स में से एक के मालिक बन गए हैं। भारत में ट्विटर का केंद्र सरकार के साथ कई मुद्दों पर विवाद रहा है। 

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्विटर का मालिक बदलने के बाद हेट स्पीच पर लगाम लगने की उम्मीद जताई है। राहुल के एक रेप पीड़िता की पिक्चर शेयर करने के बाद उनके ट्विटर हैंडल को ब्लॉक कर दिया गया था और उन्हें राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) से नोटिस भी मिला था। इसके बाद उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल का कुछ दिनों तक इस्तेमाल नहीं किया था। राहुल ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि ट्विटर पर विपक्ष की आवाज को दबाया नहीं जाएगा और तथ्यों की बेहतर तरीके से जांच की जाएगी। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल की ‘गड़बड़ी’ का एक ग्राफ भी शेयर किया था। इसमें दिख रहा है कि पिछले वर्ष अगस्त से इस वर्ष फरवरी के बीच उनके नए फॉलोअर्स की संख्या कम हुई है। उन्होंने दावा किया है कि वह इसे लेकर ट्विटर को 20 अपील कर चुके हैं। हालांकि, ट्विटर ने किसी गड़बड़ी से इनकार किया है। ग्राफ से यह भी पता चल रहा है कि पिछले वर्ष जनवरी से राहुल के ट्विटर एकाउंट के नए फॉलोअर्स की संख्या बढ़ रही थी और इस वर्ष फरवरी के बाद से यह दोबारा बढ़ी है।  

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

संबंधित ख़बरें



Source link

By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *