जनवरी में वापसी करेगा Battlegrounds Mobile India! पॉपुलर स्ट्रीमर का दावा

Battlegrounds Mobile India (BGMI) को भारत में जुलाई 2022 में भारत में ब्लॉक कर दिया गया था। प्राइवेसी से जुड़ी चिंता के चलते भारत सरकार ने इस गेम को Google Play Store और Apple App Store से हटाए जाने का आदेश दिया। हालांकि, इसके बाद भी गेम सर्वर बिना किसी दिक्कत के काम कर रहे थे। इसके बाद से, समय-समय पर हमें गेम की वापसी से जुड़ी कई अफवाहें और दावे ऑनलाइन देखने को मिलते हैं। अब, एक लेटेस्ट दावा सामने आया है, जिसमें मोबाइल बैटल रोयाल की जनवरी 2023 में वापसी होने की बात कही गई है। 

गेमिंग जगत की खबरों को प्रकाशित करने वाली वेबसाइट AFKGaming के अनुसार, दो पॉपुलर स्ट्रीमर्स – प्रतीक “अल्फा क्लैशर” जोगिया और सोहेल “हेक्टर” शेख के लाइव स्ट्रीम में BGMI की वापसी की जानकारी दी गई। अल्फा क्लैशर को प्रीडेटर्सससुके नाम के एक अन्य खिलाड़ी ने जॉइन किया, जिसने Google पर काम करने का दावा किया और BGMI की वापसी की अनुमानित तारीख का खुलासा किया। 

रिपोर्ट बताती है कि प्लेयर ने कहा, “आप बहुत रोमांचित होंगे, BGMI 15 जनवरी को Google Play Store पर लॉन्च होगा; यह एक प्रारंभिक तिथि है।”

इस वेबकास्ट के बाद, हेक्टर से उनके हालिया स्ट्रीम में BGMI की वापसी के संबंध में पूछा गया, जिसमें उन्होंने दावा किया कि “गूगल में काम करने वाले के अनुसार गेम जनवरी में वापस आ जाएगा।” उन्होंने आगे यह भी कहा कि, “मुझे सीधे तौर पर इसकी जानकारी नहीं है, लेकिन मैंने इसे सुना है।”

पिछले कुछ समय से गेम डेवलपर KRAFTON लगातार यही कहता आया है कि उसकी भारत सरकार के साथ बातचीत हो रही है। जितनी जल्दी हो सके गेम को वापस लाया जाएगा। हालांकि, वापसी को लेकर कंपनी ने आधिकारिक तौर पर कोई दावा या जानकारी नहीं दी है।

By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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