ChatGPT सर्विसेज को चीन ने किया बैन, अमेरिका पर लगाया ये आरोप!

ChatGPT को चीन ने देश में बैन कर दिया है। सभी टेक कंपनियों को उनके प्लेटफॉर्म पर चैटजीपीटी सर्विसेज मुहैया करवाने के लिए बैन कर दिया गया है। इस संबंध में राज्य की मीडिया ने कहा है कि अमेरिका बेस्ड ChatGPT चीन के बारे में गलत जानकारी फैला रहा है जो कि चीन की एकता के लिए खतरा हो सकता है। इसी के चलते सभी टेक कंपनियों को किसी भी प्रकार से चैटजीपीटी सर्विसेज उपलब्ध करवाने से बैन कर दिया गया है। 

चीन ने ChatGPT सर्विसेज को बैन करने के पीछे उसकी एकता और सुरक्षा को खतरा बताया है। Forbes की रिपोर्ट के अनुसार रेगुलेटर्स ने कंपनियों को निर्देश दिए हैं कि चीन में ChatGPT सीधे तौर पर या किसी थर्ड पार्टी के माध्यम से भी देश में मुहैया नहीं किया जाना चाहिए। इसमें WeChat की पेरेंट कंपनी Tencent और Alibaba का एफिलिएट ग्रुप Ant Group भी शामिल है। दूसरे वेब प्लेटफॉर्म्स की तरह ChatGPT भी चीन के फायरवॉल के द्वारा ब्लॉक कर दिया गया है। 
 

रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले ChatGPT की सर्विसेज कुछ यूजर्स को WeChat पर थर्ड पार्टी ऐप्स के जरिए उपलब्ध थीं, लेकिन अब Tencent ने उसे भी हटा लिया है। इतना ही नहीं, चैटबॉट सर्विसेज को बैन करने के अलावा एक और निर्देश भी यहां टेक कंपनियों को दिया गया है। इसमें कहा गया है कि अगर कोई टेक कंपनी अपना खुद का चैटबॉट या इसी तरह की कोई सर्विस लॉन्च करने जा रही है, जो AI आधारित है, उससे पहले कंपनी को रेगुलेटर्स से इसके लिए क्लियरेंस लेना होगा। 
रेगुलेटर्स का कहना है कि चैटजीपीटी अमेरिकी सरकार को उसका प्रॉपगंडा फैलाने में मदद कर रहा है। सरकार अपने स्वार्थ निहित मकसद के लिए एआई चैटबॉट सर्विस को इस्तेमाल कर रही है। ChatGPT ने हाल ही में विवादित लोगों की एक लिस्ट बनाई थी जिसको लेकर भी विवाद खड़ा हो गया है।
AI चैटबॉट ने विवादित लोगों की लिस्ट में दुनिया की मशहूर हस्तियों जैसे एलन मस्क, वलादिमिर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति जाई जिनपिंग को भी शामिल किया था। साथ ही इसने कम्यूनिस्ट पार्टी को भी नकारात्मक रेटिंग दी थी। 

By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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