हमारे ही गाव के अमिताभ इशरो चंद्रयान तीन का हिस्सा है सुबह सुबह दिघरा के अजय भाई ने WhatsApp पर सन्देश भेजा की देखो तुम्हारे गाव का व्यक्ति इशरो के चंद्रयान मिशन 3 का हिस्सा हैं मैंने कुछ जबाब दिए हैं जो आपको screen शॉट के माध्यम से मिल जायेंगे निचे, मेरे रिलेशन में भी आपको बहुत सारे नामचीन लोग मिलेंगे मगर उपलब्धि पर नही मै गलतियों पर ऊँगली उठाता हु मुझे दिक्कत इस बात से नही है की मेरे गाव से कोई नाम रौशन किया या कहीं से मुझे कहीं न कहीं ऐसा करते हुए या किसी क्षेत्र का महिमा मंडन इसलिए क्योंकि उसका ताल्लुक वहां से हैं इस बात से दिक्कत महसूस होती है जब कोई कहता है bihar first या बिहारी first तब भी दिक्कत होती है या फिर कोई कहता है lets inspire bihar तब भी दिक्कत होती है क्योंकि इससे आप कहीं न कहीं एक क्षेत्र वाद को जन्म दे रहे होते हैं भारत में दो भारत दिखने लगता है हम भारतीय है या बिहारी आसामी या पंजाबी गुजराती या फिर किसी गाव से आते हैं ? बिहारी first तो सेकंड कौन ? पहली बात में ही हम किसी को निचा दिखा देते हैं अपने ही देश के नागरिको को निचा दिखाकर हम कौन सी खुसी अर्जित कर रहे हैं ? आपके यहाँ से एक पंहुचा यहाँ पर हजारो लोग है जो देश निर्माण में लगे है कइयो का तो हम पता ठिकाना भी नही जानते ! फिर भी क्या उनका योगदान कम और मेरा ज्यादा इसकी भावना जन्म लेती है. आप कहेंगे हमारी ऐसी कोई मंसा नही थी भाई तो फिर आग में हाँथ कहीं से भी डाल दीजिये गलती से या जानबूझकर जलेगा या नही ? मुझे इस देश के amitabh पर गर्व है मगर bihar के अमिताभ पर गर्व नही. क्योंकि अब वो देश का है और उसका बखान तो सारे लोग कर रहे हैं. फिर मेरे करने या न करने से क्या ही फर्क परता है ? मगर कुछ लोगो की story देख ली कुबौली राम (गाव का नाम) लिखकर महिमामंडन वास्तव में आप उनकी महिमामंडन नही अपनी महिमामंडन कर रहे होते हैं देखो हम भी वही से आते हैं खुद को जोड़ रहे हैं भाई साहेब कर्मो से किताब लिखी जाती है न की किसी के साथ सेल्फी या किसी के साथ नाम जोड़ने से. और भी बहुतो लोग गए होंगे इस mission में उनका नाम और प्रांत का नाम लिखते रहिये अलग अलग क्षेत्र के मीडिया house और अलग अलग तरीके से बखान ये चल क्या रहा है ? यही से जन्म क्षेत्रवाद का तो होता ही है साथ ही जन्म होता है जातिवाद का संगठन बनते हैं जात के नाम पर फिर क्या होता आपको अच्छे से मालुम है मुझे गर्व है की इस देश ने इतिहास रचा मुझे गर्व है की इस देश को बनाने में सभी लोगो का योगदान है भारत एक जीता जागता पुरुष है. उसे तोड़ने पर क्यों तुले हो ? जब आप कहते है गर्व से कहो हम हिन्दू है इसका मतलब मुश्लिम को गर्व नही इस्लामिक होने पर या फिर क्रिस्चन को नही ? ऐसा कहकर आप उन सभी समुदायों को निचा दिखा देते हैं और जिसके पास कुछ होता ही नही वो चिल्लाता है मेरे पास आर्यभट था या फिर कोई नया आया कोई एक ही है तब भी हम चिलाते हैं देखो देखो वो आ गया मतलब एक ही है दूसरा है ही नही आपके पास आइपीएस की संख्या बढ़ी तो उनका महिमा मंडन कम हुआ . जैसे ही बहुत सारे लोग पहुच्नेगे महिमा का मंडन कम हो जाता है आपके यहाँ भुखमरी है राज्य में गरीबी है उम्मीद की किरण नही और ऐसे में कोई एक निकल गया फिर तो आपका चिल्लाना भी लाजमी है. गहराई से सोचिये की कर क्या रहे हैं खुद को गौरवान्वित या उसको गौरव या किसका गौरव है ये देश का गौरव है या bihar या फिर किसी गाव या कीसी परिवार आखिर ये किसका गौरव का विषय है ? गर्व से भूमिहार कहिये तो क्या दूसरा जात छोट है तोडा से ? कृष्ण की बात भगवद गीता से यहाँ भी मुझे ऐसा करने से रोकती है की वर्ण की व्यवस्था कर्म आधारित है न की जन्म आधारित लेकिन सत्य आपके संरचना को तोड़ देता है आपके झूठे अहंकार और मोह को तोड़ देता है इसलिए आप आत्म मुग्ध हो जाते हैं. भाई साहेब माटी में कुछ ख़ास नही पुरे भारत की मिट्टी ही अनूठी है सब जगह के लोग हमसे अधिक आगे हैं लेकिन हम भी एक आध हिरा निकाल कर उस पर इतरा लेते हैं नाचिये नचनिया है आप हमको ये मुजरा भाई साहेब नही देखना. मेरी जात पत्रकार की है न की भूमिहार की मेरा गौरव देश है संविधान है आओ इस और से करे देश को गौरवान्वित त कहते हैं खुद को ही गौरवान्वित करने पर तुले हैं why lets inspire bihar why not lets inspire india from bihar दम नही है ? या फिर अहम है करना क्या चाहते हैं क्षेत्र वाद जातिवाद और ऊँगली उठाते हैं परिवारवाद पर ? झांकिए अपने अंदर और थोडा सोचिये की कर क्या रहे हैं हम प्रेम से कहते हैं हिन्दू है और गर्व को जेहन में लेकर चलते हैं bihar को भी अब जेहन में लेकर चलते हैं और देश को पहले रखते हैं. मै indian हु सनि देवल का dailouge पर खूब ताली मारे थे अगर वो कहता की मै पंजाबी गुजराती या मराठी हु तब आपको कैसे लगता ? अमिताभ बच्चन हो , महेंद्र सिंह धोनी हो या फिर कोई भी नामचीन हस्ती उसको भारतीय होने पर गर्व होता है या मराठी या इलाहाबादी कहते सुने है या बिहारी शायद नही सुने होंगे भगवद गीता को जीने का दिक्कत यही है मेरा बहरहाल आप निचे के screen शॉट्स देखे सुबह के बज गए 3 : 37 मै और मेरा काम जारी है ……………………
राधे राधे