मार्क्सवाद का अर्धसत्य – बौद्धिक बेईमानियों पर प्रहार
कार्ल मार्क्स, जिन्हें एम.एन. राय ने झूठा पैगम्बर कहा है, ने लिखा है— “सिद्धांत की अंतिम परख व्यवहार है’ प्रसिद्ध…
खबर और साहित्य
क्या पढ़े ? कौन सी किताब पढनी चाहिए , किताब से रिलेटेड हर तरह की जानकारी, ऑथर के विचार , औथोरो से ख़ास बात चित | इस हफ्ते कौन सी नै किताब बाजार मे आई ? इन्ही से जुडी सभी सवालों का जबाब |
कार्ल मार्क्स, जिन्हें एम.एन. राय ने झूठा पैगम्बर कहा है, ने लिखा है— “सिद्धांत की अंतिम परख व्यवहार है’ प्रसिद्ध…
कई लघुकथाएँ अपने पूरे अंत पर नहीं पहुँचती। उसके पाठक उसके अंत की चर्चा करते हैं, कभी पहले तो कभी…
ऐनी फ्रैंक का परिवार लिबरल यहूदी परिवार था। कहने का मतलब जैसे कई हिन्दू सभी धार्मिक परम्पराओं का पालन नहीं…
एक दौर था जब “हाथी मेरे साथी” जैसी फ़िल्में बनती थीं। आज बिलकुल नहीं बनती ऐसा नहीं है, हाल में…
जिन्हें हम अक्सर सुनाते हैं, उन कहानियों में से एक कहानी नवविवाहिता और चूहे की कहानी है। होता यूँ है…
अगर आप इतिहास से नहीं सीखते तो क्या होता है? इतिहास चक्र की तरह अपने आप को दोहराता है! तबतक,…
सपनें ज़रूर देखें – दोस फॉलन ब्रेडक्रम्ब्स – ऋचा द्वारा लिखी किताब बिहार की बेटी ऋचा कुमारी ने एक और…
कई बार लोग भगवद्गीता याद करने का प्रयास करते हैं। क्या ये संभव है कि पूरे सात सौ श्लोक याद…
हो सकता है “काशी का अस्सी” पढने वालों ने भी यही सवाल सोचा हो। भाषा की शुचिता, या इलाके की…
संजय वर्मा की समीक्षा कुछ पुस्तकें पढ़ना कष्टकर होता है। डॉ. रिचर्ड बेंकिन की ‘ए क्वाइट केस ऑफ एथनिक क्लीन्सिन्ग:…