लखीसराय, बिहार: कला संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार और जिला प्रशासन, लखीसराय द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय युवा उत्सव 2024 के दूसरे दिन की शानदार शुरुआत गांधी मैदान स्थित मुख्य पंडाल से हुई। इस दिन विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन चार प्रमुख स्थानों पर हुआ, जिसमें कला, संस्कृति, विज्ञान और संगीत के क्षेत्र में युवाओं ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।

मुख्य पंडाल में समूह गायन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें राज्यभर के युवा कलाकारों ने लोकगीतों की प्रस्तुति दी। निर्णायक मंडल में डॉ. मनोहर गोपाल (संगीत व्याख्याता, बेगूसराय) और श्री मनोरंजन ओझा (भारतीय नृत्य कला मंदिर, लोकगीत शिक्षक) ने प्रतियोगिता का मूल्यांकन किया। इस कार्यक्रम में विभिन्न जिलों से आए कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी, जिनमें समस्तीपुर, औरंगाबाद, अरवल, गया, शेखपुरा, बांका, बक्सर, मधेपुरा, वैशाली, सारण, पूर्णिया, खगड़िया, पटना, जमुई, शिवहर, भोजपुर, मुजफ्फरपुर, कैमूर और जहानाबाद जैसे जिलों के प्रतिभागी शामिल थे। प्रत्येक जिला ने अपनी परंपरागत लोक गीतों से दर्शकों का दिल जीता।

विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन गांधी मैदान में किया गया, जिसमें सूबे भर के इंजीनियरिंग कॉलेजों के छात्रों ने अपने नवाचारी प्रोजेक्ट्स का प्रदर्शन किया। इन प्रोजेक्ट्स में फायर फाइटिंग रोबोट, महिला सुरक्षा स्मार्ट शू, एयर पॉल्यूशन कनवर्टर, स्मार्ट ज़ेबरा क्रॉसिंग, ट्रैफिक पॉल्यूशन कंट्रोल सिस्टम जैसे कई महत्वपूर्ण और नवाचारी विचार प्रस्तुत किए गए।

इसके अलावा, लघु नाटक प्रतियोगिता का आयोजन टाउन हॉल में हुआ, जिसमें विभिन्न जिलों के प्रतिभागियों ने अपनी अभिनय कला का प्रदर्शन किया। निर्णायक मंडल ने विजेता टीम की घोषणा बंद लिफाफे में जिला प्रशासन को सौंप दी, और इसे अगले दिन मुख्य मंच से घोषित किया जाएगा।

दिनभर के इन कार्यक्रमों में जिले के पदाधिकारी और राज्यभर से पहुंचे कई अन्य अधिकारी एवं दर्शक उपस्थित रहे।

राज्य स्तरीय युवा उत्सव 2024 का उद्देश्य बिहार के युवाओं को अपनी कला, संस्कृति और विज्ञान में निपुणता दिखाने का मंच प्रदान करना है, जो न केवल राज्यभर में जागरूकता फैला रहा है, बल्कि युवा पीढ़ी को अपनी कला और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समाज में योगदान देने के लिए प्रेरित कर रहा है।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

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