तेरे जाने पर रोया जरुर था, मगर टूटा नही था मै
मै आशिक़ सच्चा था तेरी तरह झूठा नहीं था मै
तुझे जाना ही था तो चुप चाप चली जाती तोड़ने को कोई खिलौना नहीं था मै
तेरे वादे कास्मो की याद मे रोया भी और हसा भी
तेरी झूठी ख्वाईशो निचे दबा भी और पिसा भी
तुझे लगा चुप रहता हु मै कोई मासूम बच्चा नहीं था मै
सोचता हु तू तो प्यार प्यार किया करती थी मुझसे जुदाई की बात मर जाने की बात किया करती थी
तुझे लगा तेरे खेल को समझ नहीं पाउँगा कोई गवार नहीं था मै