8l2u6mq8

ऋतिक रोशन को मुंबई में चित्रित किया गया था।

नयी दिल्ली:

इंटरनेट इस समय मंदी का एक बड़ा दौर चल रहा है, कारण – ऋतिक रोशन। जूनियर एनटीआर के कलाकारों में शामिल होने की खबरों के बाद अभिनेता वर्तमान में सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है युद्ध 2आज पुष्टि की गई। इस खबर के सामने आने के तुरंत बाद, 49 वर्षीय अभिनेता को मुंबई में जुहू में एक शूट लोकेशन पर देखा गया। अभिनेता काले रंग के पहनावे में बेहद कूल लग रहे थे, लेकिन जिस चीज ने उनके प्रशंसकों का ध्यान खींचा वह उनके उभरे हुए बाइसेप्स थे। एक प्रशंसक ने ट्विटर पर एक वीडियो को फिर से साझा किया और लिखा, “कल्पना कीजिए अगर #योद्धा जुलाई में खत्म होने के बाद वह 3 महीने की कड़ी ट्रेनिंग और बॉडी बिल्डिंग करेंगे। ये तो बस शुरुआत है…इतिहास बदलेगा…’ एक अन्य ट्वीट में लिखा है, ‘इसके बाइसेप्स देखिए’ वहीं एक अन्य फैन ने लिखा, ‘जरा इसकी फिजीक देखिए। इंटरनेट पर क्षेत्र दिवस।

सबसे पहले नीचे ऋतिक रोशन की तस्वीरें देखें:

oqq4jh5g

अब ट्वीट्स पर एक नजर डालते हैं:

इससे पहले आज ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट शेयर किया जिसमें लिखा था, “यह आधिकारिक है। ऋतिक-जूनियर एनटीआर इन युद्ध 2. YRF ने कास्टिंग तख्तापलट किया। ऋतिक रोशन और जूनियर एनटीआर पहली बार स्क्रीन स्पेस साझा करेंगे युद्ध 2. अयान मुखर्जी निर्देशित करते हैं। वाईआरएफ स्पाई यूनिवर्स।” फिल्म की दूसरी किस्त में रितिक एक जासूस कबीर की अपनी भूमिका को फिर से निभाएंगे।

नीचे पढ़ें तरण आदर्श का ट्वीट:

ऋतिक रोशन की बात करें तो अभिनेता अपनी आने वाली फिल्म की शूटिंग में व्यस्त हैं लड़ाकू, दीपिका पादुकोण और अनिल कपूर अभिनीत। फिल्म अगले साल जनवरी में रिलीज होने वाली है।



By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *