डॉ वीरेंद्र शर्मा मेमोरियल साइंटिफिक सेमिनार में डॉक्टर्स हुए सम्मानित

पटना। राज्य आयुष मेडिकल एसोसिएशन की ओर से आयोजित डॉ वीरेंद्र शर्मा मेमोरियल साइंटिफिक सेमिनार में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य के मुजफ्फरपुर जिले में स्थित होम्योपैथ कॉलेज को बेहतर कर नया स्वरूप दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस कॉलेज के विकास के लिए कैबिनेट से 200 करोड़ से अधिक की स्वीकृति दी है। आनेवाले समय में जल्द ही यह नये स्वरूप में दिखेगा। मकसद होम्योपैथ चिकित्सा पद्धति को विकसित कर आम लोगों को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाना है। हमारे समाज में आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति का विश्वास इस पद्धति के प्रति इसलिए अधिक है कि उन्हें कम पैसों में चिकित्सकीय लाभ मिल जाता है। इसलिए इस पद्धति के विकास के प्रति सरकार और स्वास्थ्य विभाग संवेदनशील है।

श्री पांडेय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अलग से आयुष मंत्रालय का गठन कर इस चिकित्सा पद्धति को आगे बढ़ाने का काम किया है। बिहार में भी स्वास्थ्य विभाग ने 2018 में आयुष मिशन का गठन किया और उसके बाद से आयुष चिकित्सा को और सुदृढ़ किया जा रहा है। राज्य में आयुष चिकित्सकों की कमी को दूर किया जा रहा है, अगले कुछ ही महीनों में 3,270 आयुष चिकित्सकों की बहाली की प्रक्रिया पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। आप सभी आयुष पद्धति के विकास के लिए सराहनीय कार्य कर रहे हैं। कोरोना संक्रमण के दौर में भी आपने उल्लेखनीय कार्य किया।

श्री पांडेय ने आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि केंद्र व राज्य सरकार के सहयोग से राज्य में होम्योपैथ की व्यवस्थाओं को बेहतर किया जा रहा है। इस दौरान कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने भी केंद्र सरकार के आयुष मंत्रालय की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रदेश में आयुष चिकित्सा पद्धति में सराहनीय कार्य किया जा रहा है। मौके पर कई होम्योपैथ डॉक्टरों को उनके योगदान के लिए मंत्री द्वय द्वारा मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। सेमिनार को एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ वीरेंद्र नाथ मौर्य, डॉ अरूण सिंह, डॉ आरपी सिंह, डॉ धनंजय शर्मा एवं अन्य लोगों ने भी संबोधित किया।

By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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