पटना। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य में एक्यूट इंसेफ्लायटिस सिंड्रोम (एईएस) की संभावना के मद्देनजर इसकी रोकथाम व उचित इलाज को लेकर स्वास्थ्य विभाग अभी से अलर्ट है और स्वास्थ्यकर्मियों व चिकित्सकों को विशेषज्ञां द्वारा उचित मार्गदर्शन दिया जा रहा है। सभी जिलों में विभाग तैयारियों में लगा है और अस्पतालों में जरूरी संसाधनों की व्यवस्था कर रहा है।
श्री पांडेय ने कहा कि हर साल गर्मी के मौसम में कई बच्चे एईएस की चपेट में आ जाते हैं। इस वर्ष 14- 15 मार्च को ही इसके नियंत्रण को लेकर चिकित्सा पदाधिकारियों एवं पारामेडिकल स्टाफ का एक प्रशिक्षण पीएमसीएच के शिशु रोग विभाग में हुआ, जहाँ चिकित्सकों को बीमारी से लड़ने के प्रति दक्ष बनाया गया। उन्हें बताया गया कि इस बीमारी की रोकथाम कैसे करें और इसकी चपेट में आने पर किन उपायों को तुरंत अपनाना चाहिए। साथ ही बताया गया कि किन परिस्थितियों में बच्चे को बड़े अस्पतालों में रेफर करना है।
एईएस के नियंत्रण को लेकर राज्य के सभी 38 जिलों से दो-दो डॉक्टर एवं दो-दो पारा मेडिकल स्टाफ को दो चरणों में मास्टर टीओटी का प्रशिक्षण दिया गया। यह सभी अपने-अपने जिलों में स्वास्थ्य कर्मियों व चिकित्सा पदाधिकारियों को बीमारी के बेहतर उपचार की जानकारी देंगे।