पटना, 02 अप्रैल ::
बिहार के पंच परमेश्वर किसी पार्टी, जाति, नेताओं, के गुलाम नहीं है। संघ अपने लक्ष्य, उद्देश्य और निर्णय पर कायम है। जिन्होंने किया है सुबे के डेढ़ लाख से अधिक, निर्वाचित ग्राम कचहरी जनप्रतिनिधि सरपंच, उप सरपंच, पंच तथा कर्मी सचिव, न्याय मित्र, प्रहरी का प्रस्तावित 11 सूत्री माँगों का समर्थन। उठाई है आवाज, उनका करेंगे तन मन धन से सहयोग, समर्थन में देंगे वोट और बनाएंगे उन्हें सांसद। विरोधी और झूठे को चटाएंगे धुल। उक्त बातें बिहार प्रदेश पंच सरपंच संघ प्रदेश अध्यक्ष आमोद कुमार निराला ने कही।
उन्होंने कहा कि आज पार्टी नेता मांग रहे हैं समर्थन और वोट, लेकिन बिहार के सभी 40 लोकसभा तथा राज्य सभा सांसदों में से किसी एक ने भी स्थानीय निकाय (MLC) बिहार विधान परिषद निर्वाचन में मतदाता बनाने हेतु, कभी किसी सदन में नहीं उठा सके आवाज। जबकि तीन- तीन बार दिया आवेदन, किया आग्रह, पर चर्चा करनी भी मुनासिब नहीं समझा। आज क्यों मांगते हैं समर्थन और वोट। ज्ञात हो राज्य के 80 प्रतिशत आबादी का पंच परमेश्वर करते हैं और प्रतिनिधित्व गांव समाज में पातें है सम्मान।
श्री आमोद कुमार निराला ने कहा कि केबल संघ परिवार अपनी एकजुटता दिखाई तो कम से कम प्रत्येक लोकसभा क्षेत्रों में 50 से 75 हजार एकमुश्त वोट आसानी से कर देंगे। ऐसी स्थिति में हार और जीत का निर्णय संगठित पंच परमेश्वरों की शक्ति और ताकत में निहित है।
उन्होंने कहा कि अपमान, उपेक्षा और तिरस्कार का बदला, लेकर रहेंगे। हमारे सभी प्रतिनिधि कर्मी एकजुट हैं। राज्य के सभी 38 जिलों के 40 लोकसभा क्षेत्रों की वर्तमान स्थित के संदर्भ में बहुत जल्द होगी प्रदेश कार्यकारिणी कोर कमेटी की बैठक। बैठक में होंगे चौंकाऊँ निर्णय। नियुक्त किए जा रहे हैं लोकसभा प्रभारी। इस बार महँगा पड़ेगा राजनेताओं को ग्रामीण जनता जनार्दन, ग्राम कचहरी और पंचायत प्रतिनिधियों का उपेक्षा और अपमान। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रदेश और जिला प्रखंड कोर कमेटी की अविलंब होगी बैठक। कृत संकल्प निर्णय से कराएँगे जन जन को अवगत।
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