आज महिला एवं बाल विकास निगम के मुख्यालय में विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस 2024 के अवसर पर 115 महादलित किशोरियों के लिए राज्यस्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य किशोरियों को माहवारी के दौरान स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना था।
कार्यक्रम का शुरुआत निगम के निदेशक श्री राजीव वर्मा के द्वारा स्वागत संबोधन के साथ किया गया । उन्होंने माहवारी स्वच्छता के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि माहवारी स्वच्छता एक महत्वपूर्ण विषय है जिसपर खुलकर चर्चा होनी चाहिए ताकि प्रत्येक किशोरियों को स्वच्छता संबंधी सही जानकारी प्राप्त हो सके।
नारी गुंजन की पद्म श्रीमती सुधा वर्गीज ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बताया कि किशोरावस्था में शारीरिक बदलाव के साथ भावनात्मक बदलाव भी आते हैं । माहवारी स्वच्छता उत्पादों की कमी के कारण हमारी कई बच्चियां अस्वच्छ उपायों का चयन कर कई बीमारियों को न्यौता देती हैं। ऐसे में अभिभावक और शिक्षकों की भूमिका अहम् हो जाती है। अभिभावक और शिक्षक उन्हें सही सलाह देकर माहवारी स्वच्छता प्रबंधन में मदद कर सकते हैं।
एम्स के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मुक्‍ता अग्रवाल ने माहवारी स्वास्थ्य, स्वच्छता और एच.पी.भी. जागरूकता पर बल देते हुए बताया कि माहवारी के दौरान सफाई का विशेष ध्यान रखना जरूरी है, ताकि संक्रमण से बचा जा सके। माहवारी में स्वच्छता बनाए रखने के लिए स्वच्छ उत्पाद का प्रयोग करें और नियमित अन्तराल पर बदलतें रहें । एच.पी.भी. के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि यह वायरस गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर का प्रमुख कारण है। एच.पी.भी. टीकाकरण और नियमित जांच से इसे रोका जा सकता है।
यूनिसेफ के एस.बी.सी. विशेषज्ञ श्रीमती मोना सिन्हा ने बताया कि माहवारी पर कई तरह की भ्रांतियां समाज में विद्यमान है जिसपर बात होनी चाहिये । बात के जरिये ही पुरानी धारणाओं को समाप्त किया जा सकता है। यूनिसेफ के रिसोर्स पर्सन श्री अनिकेत कुमार के द्वारा सैनिटरी नैपकिन के निपटान और पर्यावरण स्वास्थ्य प्रस्तुतीकरण के माध्यम से महत्वपूर्ण जानकारी दी गई ।
पोषण विशेषज्ञ डॉ. रुबिना परवीन ने किशोरियों संतुलित पोषण के महत्व को समझाते हुए कहा कि संतुलित आहार स्वस्थ जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। किशोरियों को आयरन, कैल्शियम और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए ताकि उनका शारीरिक और मानसिक विकास सही ढंग से हो सके। किशोरियों के सही विकास के लिए विटामिन डी, फोलिक एसिड और ओमेगा-3 फैटी एसिड का सेवन आवश्यक है। सही पोषण से न केवल ऊर्जा मिलती है बल्कि कई बीमारियों से बचाव भी होता है।
निगम की प्रबंध निदेशक श्रीमती बन्दना प्रेयषी ने महादलित किशोरियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज यह दिन है कि हमलोग और पूरी दुनिया माहवारी पर खुलकर बात करते हैं । इस कार्यक्रम के आयोजन जब चर्चा किया गया तो मेरा यह व्यक्तिगत विचार था कि आज के अतिथि के रूप में हम आप सब किशोरियों को यहाँ आमंत्रित करें । माहवारी एक प्राकृतिक वरदान है जिसके कारण महिलायें माँ बनती हैं । माहवारी के उचित प्रबंधन के साथ किशोरियां शारीरिक कार्य कर रही हैं और खेल-कूद के क्षेत्र में कीर्तिमान रच रही हैं । आज विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस के अवसर पर निगम के द्वारा महिलाओं एवं किशोरियों को कार्यस्थल एवं सार्वजनिक स्थलों पर उनके निजता एवं बेसिक सुविधाओं को ध्यान में रखकर हार्डिंग पार्क, 112 कण्ट्रोल रूम बेली रोड, इको पार्क, श्री कृष्णा पूरी पार्क, सरदार पटेल भवन शास्त्री नगर और बिहार महिला आयोग कार्यालय, बेली रोड के महिला शौचालयों में सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन का अधिष्ठापन किया गया है जिसका आज से संचालन प्रारम्भ कर दिया गया है ।
उन्होंने बताया कि निगम के द्वारा बच्चियों के व्यक्तिगत स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए को माहवारी स्वच्छता प्रबंधन किट तथा स्टेट बैंक, सिंचाई भवन ब्रांच के मदद से स्कूल बैग, लंच बॉक्स और पानी की बोतलें दी गईं । साथ हीं पटना के छः बालिका विद्यालयों यथा; कन्या मध्य विद्यालय अमलाटोला, आदर्श कन्या मध्य विद्यालय यारपुर, कस्तूरबा गाँधी विद्यालय पटना सदर, नोट्रेडेम अकादमी, कार्मेल हाई स्कूल, बिशॉप बालिका विद्यालय में दैनिक जागरण के मदद से माहवारी स्वच्छता विषय पर पर प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ के द्वारा परामर्श दिया जा रहा है तथा किशोरियों के बीच माहवारी स्वच्छता प्रबंधन किट का वितरण किया जा रहा है । हमें मिलकर इस मुद्दे पर काम करना होगा ताकि हमारी बेटियाँ बेहतर स्वास्थ्य और आत्मविश्वास के साथ नित्य नई सफलताओं को प्राप्त करें ।
निगम की स्थापना प्रभारी श्रीमती अंजू कुमारी के द्वारा महादलित किशोरियों के उज्जवल भविष्य और अच्छे स्वास्थ की कामना करते हुए सभी प्रतिभागियों एवं अतिथियों का आभार व्यक्त किया ।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

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