गौरक्षकों के एक समूह ने शनिवार को अवैध रूप से मवेशी ले जाने का आरोप लगाते हुए एक 35 वर्षीय चालक की पीट-पीटकर हत्या कर दी और उसके दो साथियों पर कथित रूप से हमला किया।
जबकि इदरीस पाशा मृत पाया गया था और बाद में उसके परिवार और दोस्तों द्वारा खोजा गया था, अन्य दो को पीटा गया था और बाद में गौ तस्करी का आरोप लगाते हुए सथानूर पुलिस को सौंप दिया गया था।
यह घटना सथानूर कस्बे में हुई जब इदरीस और उसके दो दोस्त इरफान और सैयद जहीर मवेशियों को मद्दुर तालुक के शिवपुरा से कनकपुरा ले जा रहे थे।
आरोपी, पुनीत केरेहल्ली और उनकी टीम ने उन्हें वध के लिए अवैध रूप से मवेशियों को ले जाने का आरोप लगाते हुए रोका। पीड़ितों ने समझाने की कोशिश की और यहां तक कह दिया कि उनके पास खरीद की रसीद है लेकिन आरोपी ने उनके साथ मारपीट और गाली-गलौज शुरू कर दी। साथ ही जाने देने के एवज में उनसे कथित तौर पर दो लाख रुपये की मांग की।
इदरीस ने इसका विरोध किया तो उसका पीछा कर मारपीट की। उसके गिरने के बाद आरोपी इरफान और जहीर को पकड़कर थाने ले गए।
इस बीच, कुछ देर के लिए तनाव व्याप्त हो गया जब इदरीस के परिजनों ने उसे रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाया। उन्होंने गौरक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरना दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझा-बुझाकर शव पोस्टमार्टम के लिए सौंप दिया।
शिकायत के आधार पर, पुलिस ने पुनीत और अन्य के खिलाफ हत्या, मारपीट, आपराधिक धमकी, गलत तरीके से रोकने और शांति भंग करने के लिए जानबूझकर अपमान करने का मामला दर्ज किया है।