पटना ,आज जिस तेजी से डाइबिटीज लोगों को अपने आगोश में ले रही है बहुत ही चिंताजनक स्थिति है । आने बाले समय में यह स्थिति और ख़तरनाक होने बाली है । डाइबिटीज एक ऐसा साइलेंट किलर है जो पता ही नहीं चलता कि कब आपको हो गया है और अचानक से आपको पता चलता है कि आप डाइबिटीज के शिकार हो गए हैं । आज की तो तनाव भरी जिंदगी है साथ ही खाने पीने और गलत जीवन शैली जिस कारण से डाइबिटीज आज तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रही है। आज यह बिमारी गरीब तबके के लोगों को खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे लोगों को ज्यादा हो रही है क्योंकि गांव के लोग मेहनत तो करते हैं किन्तु तनाव और गलत खाने पीने के कारण डाइबिटीज का शिकार हो रहे हैं । अगर अभी से आप अपने खाने पीने के साथ साथ जीवन शैली मे बदलाव लाते हैं तो हद तक डाइबिटीज से बच सकता है । उक्त बातें आस्था फाऊंडेशन द्वारा चलाए जा रहे वाक् फार लाइफ डाइबिटीज जागरूकता अभियान के तहत बिहटा प्रखंड के बहपुरा गांव में मशहूर डाइटिशियन चेतन कुमार ने गरीब ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे महिलाओं बच्चियों और बुजुर्ग को कहीं । सैकड़ों की संख्या में महिलाएं इस अभियान में उपस्थित थीं और बहुत से महिलाएं डाइबिटीज, थाइराइड से पीड़ित थी किन्तु उनको यह नहीं पता कि क्या खाना चाहिए क्या नहीं ऐसे में आस्था फाऊंडेशन के साथ गए डाइटिशियन चेतन कुमार ने महिलाओं और बुजुर्ग को डाइट के बारे में जानकारी दी । वार्ड काउंसलर इन्दल कुमार ने सभी महिलाओं को एकजुट कर इस कार्यक्रम को कराने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने सभी महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि आप अगर डाइबिटीज या किसी भी बिमारी से पीड़ित हैं तो आस्था फाऊंडेशन आपकी मदद के लिए हमेशा तैयार है । आस्था फाऊंडेशन के सचिव पुरुषोत्तम सिंह ने ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे महिलाओं और बुजुर्ग साथ अपील करते हुए कहा कि आस्था फाऊंडेशन का उद्देश्य है डाइबिटीज के प्रति लोगों को जागरूक करना अतः आप अगर डाइबिटीज है या कोई परिवार में डाइबिटीज है तो तुरंत हमें याद करते आस्था फाऊंडेशन की टीम मदद के लिए तैयार है । कार्यक्रम के अंत में महिलाओं को फुडसपलिमेनट और फल भी संस्थान के तहत वितरित किया गया ।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *