पटना, आश्रय चैरीटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित वृद्धाश्रम आश्रय ओल्ड एज होम में जानेमाने स्पैनिश गिटारिस्ट प्रवीण कुमार बादल की बड़ी सुपुत्री सुरभि सिन्हा के जन्मदिन के अवसर पर वृद्धजनों के बीच शॉल और खाद्य सामग्री का वितरण किया गया।
कार्यक्रम का संयोजन अश्विनी कुमार सिन्हा और स्वर्गीय रत्नेश कुमारी के सुपुत्र प्रवीण कुमार बादल और दीदीजी फाउंडेशन की संस्थापिका-समाजसेवी डॉ नम्रता आनंद ने किया। इस दौरान वृद्धजनों के बीच शॉल और खाद्य सामग्री का वितरण किया गया।
इस अवसर पर डा. नम्रता आनंद ने कहा, सभी व्यक्ति को एक न एक दिन वृद्ध होना है। ऐसे में घर एवं समाज में वृद्ध लोगों के सम्मान में कोई कोर कसर नहीं बरतनी चाहिए। वृद्धजनों का सम्मान एवं सेवा करना, ईश्वर की सेवा करने के समान है। बुजुर्ग परिस्थिति में हमारा मार्गदर्शन करते हैं, हमें रास्ता दिखाते हैं बुजुर्ग ही हमें अच्छे संस्कार देते हैं, हर तरह से हमारी मदद करते हैं यदि हम वृद्धों की सेवा नहीं करते हैं तो ईश्वर हमसे बिल्कुल भी प्रसन्न नहीं होता।वृद्धाश्रम में रहने वाले वृद्ध माता-पिताओं को हमारी, हमसब की ज़रूरत है, इसलिए हमें भी उनके प्रति अपना दायित्वों को निभाना चाहिए।
प्रवीण कुमार बादल ने कहा,हम सभी का परम कर्तव्य है कि हम बुजुर्गों को पूरा मान सम्मान दें और उनके प्रति अपने हर एक कर्तव्य को निभाना तभी हम जीवन को सही ढंग से जी सकते हैं और जीवन में आगे बढ़ सकते हैं क्योंकि वृद्धों की सेवा ही ईश्वर की सेवा होती है।वरिष्ठजन घर की धरोहर है, वे हमारे संरक्षक एवं मार्गदर्शक है।
वो हमारे लिए अनुभवों का ख़ज़ाना हैं।वृद्धजनों का हमें सम्मान करना चाहिए तथा उनके जीवन अनुभवों से युवा पीढ़ी को सीख लेनी चाहिए।
इस अवसर पर आश्रय चॉरिटेबल ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष राकेश कुमार गाधी, प्रवीण कुमार बादल के बड़े भाई रवीश कुमार, भाभी शिवानी सिन्हा, पत्नी निधि सिन्हा, भतीजी सिल्की सिन्हा, पुत्री,श्रृष्टि सिन्हा ,भतीजा आयुष राज,पीयूष राज ,वरिष्ठ पत्रकार सुधीर मधुकर, चदू प्रिंस समेत कई लोग मौजूद थे। मौके पर उपस्थित सभी गणमान्य लोगों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया।
राकेश कुमार गांधी ने बताया कि आश्रय ओल्ड एज होम में 25 बुजुर्ग महिला तथा पुरुषों की सेवा की जा रही है। उनकी देख रेख बहुत ही अच्छे तरीके से यहां रह रहे बुजुर्गों की सेवा की जा रही है।इस नेक पहल के लिये समाज के हर वर्ग के लोगों का सर्पोट मिल रहा है।