पटना, 04 फ़रवरी ;ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस के वार्षिकोत्सव के चतुर्थ एवं अंतिम दिन सेवा एवं मानवाधिकार प्रकोष्ठ की ओर से अदालतगंज,आई लव पार्क वीरचंद पटेल पथ में 50 लोगों के बीच कंबल का वितरण किया गया। कंबल वितरण कार्यक्रम की अध्यक्षता जीकेसी सेवा-मानवाधिकार प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय प्रभारी सह राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा. नम्रता आनंद ने की। इस अवसर पर ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि निर्धन ,बेसहारे अथवा दिव्यांगों की सहायता जीकेसी का संकल्प है।लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए हम हर संभव कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।यह नेक प्रयास हम सभी को करना चाहिए।
इस अवसर पर प्रबंध न्यासी श्रीमती रागिनी रंजन ने कहा कि जीकेसी के सभी सदस्य हर पल गरीब जरूरतमंद की मदद के लिए नि:स्वार्थ भाव से खड़े रहते हैं।उन्होंने कहा कि असहाय परिवार जो ठंड में गर्म कपड़े के लिए परेशान हैं उनको चिह्नित कर मदद करने की आवश्यकता है।जीकेसी के सभी सदस्यों को बहुत-बहुत धन्यवाद, जिन्होंने समाज के जरूरतमंदों की जरूरतों को पूरा करने का लगातार प्रयास किया है।
डा. नम्रता आनंद ने कहा कि जीकेसी जरूरतमंद लोगों की सेवा करने के लिये तत्पर है।हर सामर्थ्‍यवान लेगों को इस दिशा में आगे आने की जरूरत है। यदि अन्‍य लोग मानवता की सेवा के लिए आगे आए तो गरीबों का दुख कम होगा।गरीब और जरूरतमंद लोगों की सेवा मनुष्य का सबसे बड़ा धर्म है।आपकी छोटी सी एक पहल से जरूरतमंद लोगों को खुशी दे सकती है। हम सभी लोगो का प्रयास रहेगा कि हम निरंतर जरूरमंद लोगो की मदद करें।
कंबल वितरण कार्यक्रम में जीकेसी प्रदेश अध्यक्ष सह राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीपक अभिषेक,कला-संस्कृति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम कुमार,राष्ट्रीय सचिव दीप श्रेष्ठ, प्रदेश महासचिव संजय कुमार सिन्हा,वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष नीलेश रंजन,संगठन मंत्री बलराम जी,रवि सहाय,प्रदेश उपाध्यक्ष रवि सिन्हा,ऋषि राज,प्रदेश प्रवक्ता मुकेश महान,अतुल श्रीवास्तव,रंजीता कुमारी,अजय अम्बष्ठ,राणेश,विधि सेल के प्रदेश अध्यक्ष प्रियदर्शी हर्षवर्धन, सुमित,कोमल समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

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