पटना, 6 मार्च: आज राजधानी पटना में आगा खान ग्राम समर्थन कार्यक्रम (भारत) द्वारा सस्टेन प्लस एवं इंटरनेशनल वाटर मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट के सहयोग से “बिहार की सिंचाई व्यवस्था में सोलर पंप की भूमिका” विषयक एक दिवसीय राज्यस्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गयाI
मुख्य अतिथि, श्री अरविन्द कुमार चौधरी, प्रधान सचिव, ग्रामीण विकास विभाग, बिहार सरकार, आशिमा जैन, सचिव, लघु सिंचाई विभाग, बिहार सरकार, महेन्द्र कुमार, एमडी, ब्रेडा (बिहार रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी), जितेन्द्र कुमार, राज्य परियोजना प्रबंधक (कृषि), जीविका, जल अर्थशास्त्री डॉक्टर तुषार शाह, गेट्स फाउंडेशन के अंजनी कुमार समेत अन्य गणमान्य लोग कार्यशाला में उपस्थित रहेI राज्य के विभिन्न ज़िलों से जीविका दीदियों एवं नागरिक समाज संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी कार्यक्रम में भागीदारी कीI
प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी ने अपने मुख्य संबोधन में कहा कि बिहार एक कृषि प्रधान राज्य है और कृषि जनित कार्बन उत्सर्जन को कम करने में सौर ऊर्जा की महत्वपूर्ण भूमिका हैI उन्होंने आगे कहा कि लघु सिंचाई विभाग एवं ब्रेडा के साथ बैठक कर बिहार में सौर सिंचाई नीति तैयार की जाएगी जिसके क्रियान्वयन में जीविका दीदियों की महत्वपूर्ण भूमिका होगीI साथ ही, सौर ऊर्जा के इस्तेमाल से गाँवों में उद्यमिता को भी बढ़ावा मिलेगाI
जानेमाने जल अर्थशास्त्री डॉक्टर तुषार शाह ने कहा कि भूमिगत पाइप लाइन के साथ सौर सिंचाई प्रणाली लगाना और लाभदायक हैI इससे छोटे किसानों के लिए भी सिंचाई सुलभ होगीI
सस्टेन प्लस के सीईओ गणेश नीलम ने कहा कि हम जीविका दीदियों के सहयोग से सौर आधारित सिंचाई प्रणाली को बढ़ावा देने पर ज़ोर दे रहे हैं ताकि अधिक से अधिक किसानों को इसका लाभ मिल सकेI
आगा खान ग्राम समर्थन कार्यक्रम (भारत) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नवीन पाटीदार ने कहा कि बिहार में सौर ऊर्जा सिंचाई उद्यम 2015 से ही स्थापित की जा रही हैI इसके तहत हाजीपुर, मुजफ्फरपुर एवं समस्तीपुर जिलों के 9 प्रखंडों में सिंचाई का कार्य किया जा रहा हैI अभी तक, कुल 164 सौर सिंचाई प्रणालियाँ स्थापित की जा चुकी हैं जिनसे 8000 से अधिक किसानों को लाभ मिल रहा हैI 30 पंचायत एवं 63 गांव में 3500 एकड़ जमीन पर सौर सिंचाई योजना कार्यान्वित की गई है जिसे मुख्यतः महिलाओं द्वारा संचालित किया जा रहा हैI
आगा खान ग्राम समर्थन कार्यक्रम (भारत) के क्षेत्रीय प्रबंधक जयप्रकाश सिंह ने कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य बताते हुए कहा कि जीविका दीदियों के नेतृत्व में सौर ऊर्जा सिंचाई को बढ़ावा दिया जा रहा है जिससे किसानों को उचित दर पर ससमय सिंचाई की सुविधा प्राप्त हो रही हैI इसको लेकर जीविका, संकुल स्तरीय संघ एवं आगा खान ग्राम समर्थन कार्यक्रम के बीच समझौता हुआ हैI इस कार्यशाला द्वारा सौर सिंचाई परियोजना के मॉडल को बिहार में विस्तारित करने को लेकर एक नई दिशा मिलेगीI
कार्यशाला से एक दिन पूर्व मुजफ्फरपुर जिले के बोचहां प्रखंड एवं समस्तीपुर जिला के पूसा प्रखंड में कार्यशाला में शामिल विभिन्न संस्थाओं के विशेषज्ञों एवं प्रतिनिधियों ने क्षेत्र भ्रमण किया एवं सौर उद्यमियों से मिलकर उनके अनुभवों से अवगत हुएI उन्होंने सौर सिंचाई उद्यमियों के साथ-साथ आसपास के अन्य किसानों को मिली सिंचाई सुविधाओं एवं लाभों का भी अवलोकन कियाI

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

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