सनातन को खत्म करने का घमंडिया गठबंधन का बयान इनकी तुष्टिकरण की मानसिकता को दिखाता है। घमंडिया गठबंधन के नेताओं को भारत की संस्कृति, परंपरा, विरासत, प्राचीन गौरव तथा भारतीयता से नफरत है। उदयनिधि स्टालिन के सनातन को खत्म करने के बयान ने गठबंधन की असली मंशा को बाहर ला दिया है। ये घमंडिया गठबंधन चाहे कितनी भी मोहब्बत की दुकान खोलने की बात करें, लेकिन उनकी दुकान में सिर्फ नफरत और बांटने का ही सामान बिकता है।
इस घमंडिया गठबंधन के नेताओं और दलों को पता नहीं है कि भारत की संस्कृति, भारत की परंपरा, भारत के विरासत, भारत के मूल्य और भारतीयता के मूल्य इतने कमजोर नहीं है कि कोई भी अवसरवादी गठबंधन उसकी जड़ों को हिला पाए। इसलिए इस गफलत में घमंडी गठबंधन न रहे। 2024 में फिर से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए आ रही है और घमंडिया गठबंधन का सूपड़ा साफ होने जा रहा है।