सनातन को खत्म करने का घमंडिया गठबंधन का बयान इनकी तुष्टिकरण की मानसिकता को दिखाता है। घमंडिया गठबंधन के नेताओं को भारत की संस्कृति, परंपरा, विरासत, प्राचीन गौरव तथा भारतीयता से नफरत है। उदयनिधि स्टालिन के सनातन को खत्म करने के बयान ने गठबंधन की असली मंशा को बाहर ला दिया है। ये घमंडिया गठबंधन चाहे कितनी भी मोहब्बत की दुकान खोलने की बात करें, लेकिन उनकी दुकान में सिर्फ नफरत और बांटने का ही सामान बिकता है।

इस घमंडिया गठबंधन के नेताओं और दलों को पता नहीं है कि भारत की संस्कृति, भारत की परंपरा, भारत के विरासत, भारत के मूल्य और भारतीयता के मूल्य इतने कमजोर नहीं है कि कोई भी अवसरवादी गठबंधन उसकी जड़ों को हिला पाए। इसलिए इस गफलत में घमंडी गठबंधन न रहे। 2024 में फिर से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए आ रही है और घमंडिया गठबंधन का सूपड़ा साफ होने जा रहा है।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

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