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मुख्य सचिव केएस जवाहर रेड्डी ने आंध्र प्रदेश (एपी) सरकार की ओर से कार्बन क्रेडिट ट्रेडिंग योजना का समर्थन करने का वादा किया, जिसका उद्देश्य ग्रीनहाउस गैस (जीएचजी) उत्सर्जन को कम करना है और इस प्रकार जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों को कम करना है। यह योजना भारत सरकार (जीओआई) द्वारा घोषित उद्देश्यों के साथ शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग से निपटने और एक स्थायी वातावरण बनाने में कार्बन क्रेडिट का व्यापार एक बड़ा वरदान होगा।

गुरुवार को आंध्र प्रदेश राज्य ऊर्जा संरक्षण मिशन (एपी-एसईसीएम) की 11वीं कार्यकारी समिति की बैठक को अध्यक्ष के रूप में संबोधित करते हुए श्री जवाहर रेड्डी ने कहा कि ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी (बीईई) के एक अनुमान के अनुसार, आंध्र प्रदेश में ऊर्जा बचत क्षमता है। राज्य की कुल ऊर्जा मांग में से लगभग 17,000 एमयू (25%), और पहले चरण में इसके कम से कम 10% (1,700 एमयू) को प्राप्त करने का प्रयास करने का निर्णय लिया गया है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी सभी श्रेणियों के उपभोक्ताओं को वैश्विक मानकों पर गुणवत्तापूर्ण बिजली उपलब्ध कराने और बिजली निर्यातक बनने के लिए ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पर्यावरण की दृष्टि से स्थायी तरीके से भविष्य में बढ़ती ऊर्जा की मांग को पूरा करने के लिए नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को बढ़ावा देने के लिए उच्च प्राथमिकता दी गई है।

उन्होंने ऊर्जा विभाग को नगर निगम प्रशासन, पंचायत राज, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, बंदोबस्ती, उद्योग, समाज कल्याण, स्कूल शिक्षा और कृषि जैसे विभागों की भागीदारी के साथ एक समयबद्ध कार्य योजना तैयार करने के लिए कहा, ताकि ऊर्जा दक्षता लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। प्रति वर्ष 6.68 मिलियन टन तेल समकक्ष (एमटीओई)।

विशेष मुख्य सचिव (ऊर्जा) के. विजयानंद ने सीएस को नई दिल्ली में तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम, एपी भवन और अन्य क्षेत्रों में ऊर्जा-दक्षता प्रदर्शन परियोजनाओं की प्रगति से अवगत कराया।

एपी-जेनको के एमडी और एपी-ट्रांसको के सीएमडी बी. श्रीधर, एसईसीएम के सीईओ ए. चंद्रशेखर रेड्डी और सीएमडी जे. पद्मा जनार्दन रेड्डी (सीपीडीसीएल) और के. संतोष राव (ईपीडीसीएल) मौजूद थे।

By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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