औरंगाबाद । एनटीपीसी लिमिटेड और रेल मंत्रालय के संयुक्त उपक्रम भारतीय रेल बिजली कंपनी लिमिटेड (बीआरबीसीएल ) ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान विद्युत उत्पादन और वित्तीय लाभ हासिल करने में शानदार प्रदर्शन किया है ।
बीआरबीसीएल के शीर्ष अधिकारियों ने नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान 140 करोड़ रुपए के लाभांश का भुगतान एनटीपीसी लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक गुरदीप सिंह को किया । लाभांश में एनटीपीसी लिमिटेड का हिस्सा 103.60 करोड़ रुपए और रेल मंत्रालय का हिस्सा 36.40 करोड़ रुपए है । इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बीआरबीसीएल के अध्यक्ष सह एनटीपीसी के निदेशक (प्रचालन) रमेश बाबू वी. ने एनटीपीसी लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक गुरदीप सिंह को लाभांश राशि का चेक प्रदान किया । इस मौके पर एनटीपीसी लिमिटेड के निदेशक (वाणिज्य ) सी.के. मंडल , बीआरबीसीएल की निदेशक और एनटीपीसी की कार्यपालक निदेशक (वित्त) सुश्री रेणु नारंग , बीआरबीसीएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पी एम जेना तथा बीआरबीसीएल के मुख्य वित्त अधिकारी अमरेंद्र कुमार उपस्थित थे । मौके पर उपस्थित एनटीपीसी की कंपनी सेक्रेट्री सुश्री नंदनी सरकार और डीजीएम कंपनी सेक्रेट्री अमित गर्ग ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई । मालूम हो कि बीआरबीसीएल ने लगातार दूसरे वर्ष लाभांश का भुगतान किया है । बीआरबीसीएल में एनटीपीसी की इक्विटी भागीदारी 74% और रेल मंत्रालय की इक्विटी भागीदारी 26% है |
गौरतलब है कि एनटीपीसी लिमिटेड और रेल मंत्रालय का संयुक्त उपक्रम बीआरबीसीएल की बिहार के औरंगाबाद जिले में नबीनगर थर्मल पावर परियोजना में 4 इकाइयां स्थापित की जा रही हैं जिनमें प्रत्येक की उत्पादन क्षमता 250 -250 मेगावाट है यानि इस परियोजना की कुल विद्युत उत्पादन क्षमता 1000 मेगावाट है । फिलहाल यहां 3 इकाइयों से विद्युत उत्पादन हो रहा है और चौथी इकाई भी बनकर लगभग तैयार है । कम्पनी के आधिकारिक प्रवक्ता के अनुसार चौथी इकाई से भी शीघ्र ही विद्युत का वाणिज्यिक उत्पादन प्रारंभ हो जाएगा । इस परियोजना की उत्पादित बिजली का 90% हिस्सा रेलवे को तथा 10% हिस्सा बिहार को प्राप्त होता है । बीआबीसीएल परियोजना विस्थापित – प्रभावित गांव के विकास के साथ-साथ सामाजिक निगमित दायित्व के तहत स्वास्थ्य , शिक्षा , पेयजल , सड़क आदि के क्षेत्र में बेहतर योगदान देकर समग्र विकास की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में कार्य कर रही है।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

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