पटना, दीदीजी फाउंडेशन की संस्थपाक और राजकीय-राष्ट्रीय सम्मान से अलंकृत शिक्षिका-समाजसेविका डा. नम्रता आनंद को विश्व गुरु भारत ,दिल्ली से प्रकाशित हिन्दी दैनिक अखबार के साप्ताहिक प्रकाशन के शुभारंभ के अवसर पर सम्मानित किया गया।
राजधानी पटना के बोरिंग रोड स्थित कृष्णा अपार्टमेंट में विश्व गुरु भारत ,दिल्ली से प्रकाशित हिन्दी दैनिक अखबार के साप्ताहिक प्रकाशन का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय योगादन के लिये डा. नम्रता आनंद को बिहार सरकार के उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने मोमेंटा और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया।डा. नम्रता आनंद ने इस सम्मान के लिये विश्व गुरु भारत के ब्यूरो चीफ पटना नरेश प्रसाद कर्ण ,और कॉरपोरेट को ऑर्डिनेटर ब्यूरो,पटना श्रीमती नीता सिन्हा के प्रति आभार व्यक्त किया है।
डा.नम्रता आनंद को केन्द्रीय चयन समिति ने वर्ष 2004 में राष्ट्रीय विकास और सामाजिक सेवा में किये गये उत्कृष्ठ कार्य के लिये राष्ट्रीय यूथ अवार्ड सम्मान से सम्मानित किया है। वर्ष 2019 में उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार की सर्वश्रेष्ठ 20 शिक्षकों में सम्मानित किया।
वर्ष 2021 में डा: नम्रता आनंद ने कुरथौल के फुलझड़ी गार्डेन में संस्कारशाला की स्थापना की। संस्कारशाला के माध्यम से गरीब और स्लम एरिया के बच्चों का नि.शुल्क शिक्षा, संगीत, सिलाई-बुनाई और डांस का एस की दिया जाता है।डा. नम्रता आनंद को को करियर के दौरान मान सम्मान बहुत मिला।
इन दिनों समली में विस्मिल्ल खान सम्मान, महादेवी वर्मा सम्मान,चित्रगुप्त सम्मान,कर्मयोगी महिला सम्मान, नारी रत्न अवार्ड, युवा सम्मान, छात्र सम्मान, राजीव गांधी समररसता अवार्ड,बेस्ट वालिनटेयर अवार्ड ,एनएसएस, इंदिरा गांधी समरसता अवार्ड, अंतर्रार्ष्टीय समरसता यूनिटी गोल्ड मैडल, महिला शक्ति सम्मान स्वर्ण पदक, इंडो-नेपाल समरसता अवार्ड, इंडो-नेपाल एकता अवार्ड, समाज रत्न अवार्ड, काठमांडू-नेपाल अंतर्राष्ट्रीय अवार्ड, स्वामी विवेकानंद अवार्ड, नेशनल प्राइड अवार्ड, लाल बहादुर शास्त्री सम्मान, सेवा रत्न सम्मान, कोरोना वारियर्स सम्मान, इंसपिरेशन वुमेन अवार्ड,शिक्षा विभूति सम्मान, अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण वारियर अवार्ड शामिल है।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

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