नई दिल्ली। देश की जानी-मानी संस्था आस एनजीओ ने राजधानी दिल्ली से इवेंट के माध्यम से जागरूकता अभियान की शुरुआत की है। इसके तहत करोना काल में हुए अनाथ बच्चों खासकर अनाथ बेटियों को सहायता प्रदान की जाएगी। इस सकारात्मक पहल में अपना योगदान और समर्थन देने के लिए कदम बढ़ाया है तेजी से संगीत की दुनिया में अलग पहचान बनाती पार्श्व गायिका और स्टेज परफॉर्मर प्रिया मल्लिक ने। सोशल मीडिया पर तेजी से लोकप्रिय हो रही प्रिया मल्लिक के इस पहल को दिल्ली की जानी-मानी हस्तियों ने स्वागत किया। इसका आगाज दिल्ली के राजौरी गार्डन में एक भव्य म्यूजिकल प्रोग्राम से हुआ, जिसमें प्रिया मल्लिक ने अपनी परफॉर्मेंस के जरिए दिल्ली के हर वर्ग की सेलिब्रिटी के बीच ‘आस’, ‘स्वधा’ और ‘स्टडी बाय जनक’ जैसे संस्थान द्वारा आयोजित कार्यक्रम में एक सकारात्मक एवं संगीतमय माहौल का निर्माण किया।
लॉकडाउन के बाद समाज को फिर से एक शक्ति प्रदान करने वाले इस मुहिम से जुड़ने के लिए प्रिया को अलग-अलग संगठनों से सम्मान और समर्थन मिल रहा है। दिल्ली यात्रा के दौरान बीजेपी मुख्यालय में बीजेपी के मीडिया सह-प्रभारी व विधान पार्षद संजय मयूख ने प्रिया मल्लिक को इस कार्य के लिए सम्मानित किया। संजय मयूख ने कहा कि प्रिया बिहार की बेटी है और हमें गर्व है की संगीत के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी कार्य कर रही है। बिहार का नाम पूरे देश दुनिया में रोशन कर रही है। बीजेपी मुख्यालय में संगठन के अन्य पदाधिकारियों द्वारा भी प्रिया का अभिनंदन किया गया।
आस एनजीओ के संयोजक वीरेंद्र गोयल ने कहा की प्रिया के परफॉर्मेंस ने आस की मुहिम में चार चांद लगा दिया है। अनाथ बच्चों की सहायता के लिए हम इस मुहिम को बहुत आगे तक लेकर जाएंगे। आस की अध्यक्षा वर्षा गोयल ने कहा कि आस एनजीओ कोरोना से अनाथ हुए बेटियों का घर बसाने के लिए एक स्पेशल प्रोग्राम चला रही है। यूथ आईकॉन प्रिया मल्लिक के कार्यक्रम से जुड़ने से हमें बहुत अच्छा लग रहा है। प्रिया हमारे देश की एक होनहार सिंगर और परफॉर्मर है।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

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