Jharkhand cabinet decision: राज्य सरकार ने आम जनता को राहत देने के लिए जो वायदे बजट में किए थे उन्हें कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है. राज्य में राजस्थान (Rajasthan) और छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बाद यहीं भी पुरानी पेंशन स्कीम (Old Pension Scheme) बहाल कर दी गई है और क्या बड़े फैसले लिए गए हैं आइए बताते हैं.
Jharkhand restores old pension scheme: झारखंड की कैबिनेट ने राज्य में पुरानी पेंशन योजना को कुछ शर्तों के साथ लागू करने के साथ गरीब परिवारों को हर महीने 100 यूनिट मुफ्त बिजली देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. एक अधिकारी ने बताया कि पुरानी पेंशन योजना को लागू करने के लिए विकास आयुक्त की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति का गठन किया जायेगा. मंत्रिमंडल सचिव वंदना दादेल ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘यह समिति योजना को लागू करने के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) का मसौदा तैयार करेगी. इसे मंजूरी के लिए मंत्रिमंडल के पास भेजा जाएगा.’
100 यूनिट फ्री बिजली
पुरानी पेंशन योजना को एक अप्रैल, 2004 को बंद कर दिया गया था और इसे राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) से बदल दिया गया था. इसके अलावा मंत्रिमंडल ने गरीबों के लिए 100 यूनिट मुफ्त बिजली के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी. सरकार ने 2022-23 के बजट में इसकी घोषणा की थी. दादेल ने कहा, ‘इसका लाभ 100 यूनिट तक बिजली का उपयोग करने पर लागू होगा. इसके ऊपर अलग-अलग स्लैब लागू होंगे.’
1 रुपये में 1 किलो दाल
गौरतलब है कि मंत्रिमंडल ने कुल 55 प्रस्तावों को मंजूरी दी है. इनमें फूड सिक्योरिटी स्कीम के दायरे में आने वाली हर फैमिली को एक रुपये प्रति माह की दर से एक किलो चना दाल उपलब्ध कराने का प्रस्ताव भी शामिल था. कैबिनेट ने इसके साथ ही मनरेगा मजदूरी के तहत 27 रुपये अतिरिक्त देने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है. इस फैसले के बाद अब झारखंड में मनरेगा मजदूर को अब न्यूनतम 237 रुपये मजदूरी मिलेगी. वहीं राज्य में निजी क्षेत्र में स्थानीय उम्मीदवारों को रोजगार के नियमों को भी मंजूरी दी. कानून के मुताबिक निजी कंपनियों को रोजगार में स्थानीय लोगों को 75 फीसदी आरक्षण देना है.
गौरतलब है कि झारखंड पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme) लागू करने की घोषणा करने वाला देश का तीसरा राज्य बन गया है. इससे पहले राजस्थान (Rajasthan) और छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) पुरानी पेंशन योजना लागू करने की घोषणा कर चुके हैं.