ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस (जीकेसी) परिवार दुबई ने बेहद रोमांचक तरीके से विश्व विजय दिवस का आयोजन किया। जीकेसी ओवरसीज़ दुबई विंग अध्यक्ष श्री मितेश कुमार कर्ण (विशेषज्ञ-प्रवासी अंतर्राष्ट्रीय सलाहकार) श्री गौतम कुमार (विशेषज्ञता- अंतर्राष्ट्रीय सलाहकार और व्यवसायी), श्री अंशुमान सक्सेना (प्रतिष्ठित व्यवसायी), श्री ज्ञानेश कुमार कर्ण (विशेषज्ञता- CFPS सलाहकार Engr), श्री अमित श्रीवास्तव जी, श्री अमलेश मल्लिकजी और ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस ओवरसीज़ दुबई विंग की पूरी टीम ने स्वामी विवेकानंद जी के योगदान और विचारों के बारे में चर्चा की। उन सभी ने अपनी राय और आंतरिक,कानूनी मुद्दों को जोड़ा। अध्यक्ष श्री मितेश कुमार कर्ण ने विश्व स्तर पर जीकेसी के बुनियादी सिद्धांतों और नीतियों पर ध्यान केंद्रित किया, स्वामी विवेकानंद जी की जीवनी और योगदान और उनकी युवा पीढ़ी के आकर्षक प्रेरक बयानों सहित उनकी प्रतिभा के बारे में व्यक्त किया। सभी ने स्वामी विवेकानंद जी के बारे में बताया। श्री गौतम कुमार जी और श्री अंशुमन सक्सेना जी ने अच्छे कार्यों के लिए विश्व स्तर पर कायस्थों के एकीकरण के अपने विचारों और महत्वों को साझा किया। उन्होंने सभी कायस्थों को सहयोग, समन्वय और अच्छे उद्देश्यों के लिए पत्राचार करने के लिए जीकेसी के एक छत्र मंच के नीचे आने के लिए आमंत्रित किया और उन सभी ने कई सदस्यों को बनाने और कायस्थों की सभी शाखाओं को एकजुट करने का वादा किया, केवल किसी विशेष समूह को सीमित नहीं किया। इस अवसर पर ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस ओवरसीज़ दुबई विंग अध्यक्ष श्री मितेश कुमार कर्ण जी ने कायस्थ शिरोमणि ग्लोबल अध्यक्ष श्री राजीव रंजन प्रसाद जी के प्रभावशाली नेतृत्व एवं मार्गदर्शन,कर्मठता एवं कायस्थ समाज के प्रति समर्पण की भावना की सराहना करते हुए उनके उत्तम स्वस्थ एवं दीर्घायु होने की कामना की।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

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