मिनीमेट्रो न्यूज़, पटना

बिहार के प्राइवेट स्कूल मालिकों पर आम आदमी पार्टी बिहार की प्रदेश प्रवक्ता गुलफिशा यूसुफ ने मनमानी फीस वसूली कर अभिभावकों और छात्रों का दोहन किए जाने का गंभीर आरोप लगाया है।

आम आदमी पार्टी की ओर से उन्होंने कहा है कि – अच्छी शिक्षा देश के प्रत्येक बच्चे का संविधान प्रदत मूलभूत अधिकार है, परंतु बिहार के सरकारी स्कूलों में गुणवतापूर्ण शिक्षा व्यवस्था का आभाव होने के कारण राज्य के मध्यमवर्गीय परिवारों के अभिभावकों को निजी विद्यालयों का रुख करना पड़ता है जहां निजी स्कूलों के मालिकों द्वारा फीस, स्कूल ड्रेस, किताबें, ऑनलाइन क्लास, भवन विकास शुल्क आदि नाना प्रकार के मनगढ़ंत शुल्को द्वारा उनका शोषण किया जाता है।

उन्होंने आगे कहा है कि बिहार सरकार ने वर्ष 2019 में राज्य सरकार ने निजी स्कूल शुल्क वृद्धि विनियमन कानून बनाया था जिसके तहत स्कूल को नामांकन शुल्क 5% से अधिक बढ़ाने पर एक लाख रुपये तक का जुर्माना लगाने का प्रावधान है। किंतु स्कूल मालिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों से सांठ गांठ कर मनमाने ढंग से मासिक फीस की बढ़ोतरी के अलावे स्कूल ड्रेस तथा मंहगे प्रकाशको की किताबें खरीदने की मजबूर करते हैं।
आम आदमी पार्टी बिहार की ओर से प्रदेश प्रवक्ता गुलफिशा यूसुफ ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस मुद्दे का संज्ञान लेते हुए निजी स्कूल संचालकों पर शिकंजा कसने की मांग करते हुए आगे कहा है की—” दिल्ली सरकार की तर्ज पर बिहार में भी शिक्षा में क्रांति की आवश्यकता है, और अगर सरकार की नियत हो तो यह संभव है।”

By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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