दिल्ली हाट में हर्षोल्लास के साथ मना बिहार दिवस
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कार्यक्रम का किया शुभारंभ
दिल्ली हाट में 110वां बिहार स्थापना दिवस के मौके पर दीप प्रज्जवलन कर उत्सव-2022 समारोह का शुभारंभ किया
सांस्कृतिक संध्या पर सांसद मनोज तिवारी ने अपनी गायकी से सभी का मन मोह लिया

नई दिल्ली। बिहार स्थापना दिवस के अवसर पर बिहार सरकार के उद्योग विभाग द्वारा मंगलवार को आईएनए दिल्ली हाट में बिहार उत्सव 2022 बड़े स्तर पर हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया। इस बार 110वां बिहार स्थापना दिवस के मौके पर केंद्रीय वाणिज्य, उद्योग एवं कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने बिहार उत्सव 2022पर दीप प्रज्जवलन कर बिहार उत्सव व बिहार दिवस समारोह का शुभारंभ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने किया। उद्घाटन समारोह एवं अतिथियों द्वारा बिहार के नायाब व उत्कृष्ट हस्तशिल्प एवं हस्तकरघा उत्पादों के स्टॉलों के परिभवन एवं अतिथियों के संभाषणों के बाद सांस्कृतिक संध्या में मशहूर गायक व सांसद मनोज तिवारी ने अपनी प्रस्तुती से सभी को मंत्र-मुग्ध कर दिया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल हुए कहा कि बिहार अब प्रचुण क्षमताओं वाला राज्य है। बिहार की क्षमता को अभी पुरी दुनिया ने पहचाना नहीं है। लीची और आम बिहार का देश के साथ अब दुनिया में भी पहुंच रहा है। बिहार अब उद्योग और टेक्सटाइल के क्षेत्र में आगे बढ़ेगा। यही संदेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी है। केंद्रीय पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि बिहार को अब देश का टेक्सटाइल हब बनाना है यही मेरी केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से आग्रह है। केंद्रीय इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह ने कहा कि इतिहास में बिहार सत्ता, ज्ञान का केंद्र रहा है। बिहार की जमीन की कोई तुलना नहीं है। हमें फिर से बिहार को बिहार बनाना है। केंद्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने पहले बिहार की जय हो का नारा बुलंद किया। उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार अब विकास की राह पर नया कृतिमान स्थापित करते हुए पूर्वांचल भारत का औद्योगिक हब के रूप में अपनी पहचान बनाने की ओर आगे बढ़ रहा है। इस अवसर पर संस्कृतिक संध्या में मशहूर गायक व सांसद मनोज तिवारी ने अपने संगीतों की प्रस्तुति से लोगों का उत्साह वर्धन किया। सांस्कृतिक संध्या में मनोज तिवारी के अलावा मशहूर लोक गायिका विजया भारती और स्वर्णिम कलाकेंद्र मुज्जफरपुर द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम में अपनी-अपनी प्रस्तुति दी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, केंद्रीय उर्जा मंत्री आरके सिंह, केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री पशुपति कुमार पारस, केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव, झंझारपुर से सांसद रामप्रीत मंडल व बिहार के अन्य सांसद, अधिकारी एवं कई जानी-मानी हस्तियां भी मौजूद थीं। उद्योग विभाग के प्रधान सचिव संदीप पौण्डरी ने बिहार उत्सव के समापन पर सभी माननीय अतिथियों को धन्यवाद किया। इस अवसर पर बिहार उद्योग मंत्रलायल से उद्योग निदेशक रुपेश कुमार श्रीवास्तव, बीयाडा के ईडी भोगेंद्र लाल, उप उद्योग निदेशक सह मेला प्रभारी विशेश्वर प्रसाद, संजय श्रीवास्तव, विभाग के सुधांषू भूषण कुमार, गौतम कुमार, संजीत कुमार, रवि शंकर कुमार, अजय कुमार आदि उपस्थित रहें।

सुप्रसिद्ध बिहारी व्यंजनों का लगा स्टॉल

आईएनए दिल्ली हाट में 59 से अधिक बिहार के हस्तशिल्प एवं हस्तकरघा उत्पादों के स्टॉल लगाए गए। इसमें मुख्य रुप से बिहार के हैंडलूम उत्पाद के 21 स्टॉल, 9 स्टॉल मधुबनी पेंटिंग, 3 स्टॉल लेदरक्राफ्ट, 2 स्टॉल सुजनी क्राफ्ट, 2 स्टॉल लाह शिल्प, आर्टिफिशियल ज्वेलरी, मखाना और बंबू क्राफ्ट आदि के स्टॉल लगे हुए थे। सभी महानुभावों ने स्वादिष्ट बिहारी व्यंजनों का भर-पूर स्वाद लिया। इस दौरान लिट्टी चोखा से लेकर दही जलेबी तक तरह-तरह के सुप्रसिद्ध बिहारी व्यंजन खाने का स्टॉल लगा हुआ था।

By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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