पटना, इंदिरापुरम गर्ल्स पब्लिक स्कूल में डांडिया की शुरुआत हो चुकी है, जिसमे इंदिरापुरम पब्लिक स्कूल की गर्ल्स ने इसका आगाज़ किया। यह कार्यक्रम स्कूल के प्रांगण में ही बड़े भव्य तरीके से किया गया , कार्यक्रम को सफल बनाने में वहां के प्राचार्य के साथ-साथ इस कार्यक्रम को को कोडिनेट करने में पटना के फेमस इवेंट मैनेजमेंट एटिट्यूड इवेंट मेकर टीम ने सफलता पूर्वक संपन्न कराया। यह कार्यक्रम 2 से लेकर 4 बजे तक स्कूल के छोटे बच्चे और उनके माता-पिता उपस्थित थे। स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती मिताली मुखर्जी ने मुख्य अतिथि प्रतिभा नृत्यशिल्पी सुदीपा घोष को सन्मानित की और डांडिया डांस से ही अनुष्ठान का सुचना किया। सारे मेहमान और बच्चे डान्डिया का मजा लिया। वैसा ही शाम में शिला पंडित जी को प्रिंसिपल माम ने संबधना की। सारे अतिथि और बच्चे कभी ढोल के साथ झूमे कवि गायकों के धुन पर। इस्मे पटना के नामी गायक जैसे शिखा सिंह, सावन कुमार, विशु बाबा सोनी और बोहोतोरिन एंकर चंदन मिश्रा उपस्थित हुए थे।

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एटीट्यूड इवेंट मेकर की डायरेक्टर चुमकि दास जी जो प्राख्याता जुंबा और फिटनेस कोच है उन्होन कहा ” स्कूल में डांडिया करने की उदेश्य है बच्चो को भारतीय संस्कृति साथ परिचित करना, देश भर में मनाए जाने वाले भारतीय त्योहारों की समृद्ध विविधता के बारे में छात्रों के बीच जागरूकता पैदा करना, सांस्कृतिक जड़ों को अपनाने के महत्व पर प्रकाश डालना।” उनके ईभेन्ट पार्टनर कृतिका जी भी साथ में थी ।

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स्कूल के प्रिंसिपल मिताली मुखर्जी ने कहा,उनके महत्व जब हम स्कूल परिसर में डांडिया उत्सव पेशकश किए,जब छात्र और शिक्षक इसको मनाने के लिए एक साथ आई तो स्कूल के गलियारे उत्सव के उत्साह से गूंज उठे। जातीय पोशाक पहने, गुजरात के लोक नृत्य डांडिया या गरबा की थाप पर नृत्य किया। हम शिक्षकों और शिक्षार्थियों को अपार गर्मजोशी, बेहिचक सौहार्द और असीम स्नेह का अनुभव करने का अवसर प्रदान किया इस डान्डिया कार्निवल।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

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