फाल्गुन मास की पूर्णिमा में भले अभी वक्त है, लेकिन भोजपुरी म्यूजिक इंडस्ट्री में रंग – गुलाल उड़ाना शुरू हो गया है। युवा दिलों की धकड़न काहे जाने वाले सिंगर – एक्टर अरविंद अकेला कल्लू भी इसमें पीछे नहीं हैं, उन्होंने तो अपने गाने से माहौल ही बना दिया है। उनका होली गाना’भऊजी के दिल पिचकरिये पे गील बा’ आज सारेगामा हम भोजपुरी से रिलीज हुआ है और रिलीज होने के साथ ही तेजी से वायरल होना शुरू हो गया। गाने को महज 24 घंटे से भी कम समय में 1 मिलियन से अधिक व्यूज मिल चुके हैं। गाने में अरविंद अकेला कल्लू और भोजपुरी म्यूजिक में खूबसूरत आवाज की मलिका शिल्पी राज के प्ले बैक सिंगिंग कमाल की है। दोनों की आवाज का जादू और रंगों की खुमारी ने होली का माहौल बना दिया है।

सारेगामा हम भोजपुरी पर रिलीज इस धमेकदार गाने को लेकर चैनल के बिजनेस हेड बद्रीनाथ झा ने कहा कि गाना ‘भऊजी के दिल पिचकरिये पे गील बा’ देवर भाभी के रिश्ते और नोंक झोंक पर बेस्ड खूबसूरत होली गीत है। इसका प्रस्तुतीकरण सारेगामा के स्टाइल में हुआ है, जो दर्शकों को बेहद पसंद आ रहा है। होली में सारेगामा के म्यूजिक के साथ ऑडियन्स इस बार अपनी होली को रंगीन और हसीन बना सकते हैं, इसकी कोशिशों में हम ये गाना लेकर आए हैं और आगे भी एक से बढ़कर एक गाने लेकर आएंगे। वहीं अरविंद अकेला कल्लू ने कहा कि गाना इतना मजेदार है, जो भी इसे सुनेगा, खुद को झूमने से रोक नहीं सकेगा। यह मेरा अब तक का सबसे बेस्ट होली गीत है। इसे इस गाने को देखने – सुनने के बाद भांग और लस्सी को कोई जरूरत नहीं होगी।

आपको बताया दें कि अरविंद अकेला कल्लू के साथ इस गाने में शोख हसीना श्वेता म्हारा नजर आ रही हैं। उनकी खूबसूरती, कल्लू की ठिठोली और बेहतरीन म्यूजिक ने इस गाने को सुपर से भी ऊपर बना दिया है। भले इस गाने में श्वेता, कल्लू की भाभी बनी हैं, लेकिन दोनों की केमेस्ट्री आकर्षण पैदा करने वाली है। कुल मिलाकर कहें तो इस गाने ने अभी से ही होली का माहौल बना दिया है। इस गाने के राइटर आशुतोष तिवारी हैं। म्यूजिक शुभम राज (SBR) ने दिया है। पीआरओ रंजन सिन्हा हैं। कोरियोग्राफर लकी विश्वकर्मा हैं। डीओपी महेश वेंकट हैं।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

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