सऊदी अरब के राजा सलमान, ईरान के अयातुल्ला खामेनेई, पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान सूची में कुछ अन्य नाम हैं

सऊदी अरब के राजा सलमान, ईरान के अयातुल्ला खामेनेई, पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान सूची में कुछ अन्य नाम हैं

जेल में बंद हुर्रियत के अध्यक्ष और घाटी के प्रमुख मौलवी मीरवाइज उमर फारूक को जॉर्डन स्थित द रॉयल इस्लामिक स्ट्रेटेजिक स्टडीज सेंटर द्वारा वैश्विक स्तर पर 500 सबसे प्रभावशाली मुसलमानों में सूचीबद्ध किया गया है।

मीरवाइज सऊदी अरब के राजा सलमान, ईरान के अयातुल्ला खामेनेई, पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान, तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन और जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला के बीच सूचीबद्ध है।

केंद्र ने जॉर्ज टाउन विश्वविद्यालय के सहयोग से तैयार की गई वार्षिक रिपोर्ट में कहा, “मीरवाइज भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ बातचीत की वकालत कर रहा है ताकि कश्मीरी लोगों की आकांक्षाओं को साकार किया जा सके।”

रिपोर्ट में मीरवाइज की गिरफ्तारी का भी जिक्र है. इसमें कहा गया, मीरवाइज अगस्त 2019 से नजरबंद है।

केंद्र एक स्वतंत्र शोध संस्था है जो रॉयल अल अल-बेत इंस्टीट्यूट फॉर इस्लामिक थॉट से संबद्ध है, जो एक अंतरराष्ट्रीय इस्लामिक गैर-सरकारी संस्थान है जिसका मुख्यालय अम्मान, जॉर्डन में है। मीरवाइज पहले भी प्रभावशाली मुसलमानों की सूची में शामिल था।

By MINIMETRO LIVE

Minimetro Live जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब में काम नहीं करते, यह कलम और माइक का कोई मालिक नहीं, हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, जनकल्याण ही हमारा एक मात्र उद्देश्य है, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है। आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं, वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलती तो जो दान देता उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता, मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए सभी गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे | अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ? आज के दौर में मीडिया संस्थान भी प्रभुत्व मे आ गई कोई सत्ता पक्ष की तरफदारी करता है वही कोई विपक्ष की, इसका मूल कारण है पैसा और प्रभुत्व , इन्ही सब से बचने के लिए और निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने गुरुकुल परम्परा को अपनाया है । इस देश के अंतिम व्यक्ति की आवाज और कठिनाई को सरकार तक पहुचाने का भी संकल्प लिया है इसलिए आपलोग निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन करने के लिए हमे भीख दें 9308563506 पर Pay TM, Google Pay, phone pay भी कर सकते हैं हमारा @upi handle है 9308563506@paytm मम भिक्षाम देहि

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