जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 18 दिसम्बर ::
भारतीय मानव अधिकार रक्षक 31 दिसम्बर को पटना में मनायेगा स्थापना दिवस। उक्त जानकारी देते हुए मानव अधिकार रक्षक के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविन्द कुमार ने कहा कि भारतीय मानव अधिकार रक्षक की स्थापना वर्ष 2020 में रीता सिन्हा ने की है। भारतीय मानव अधिकार रक्षक एक गतिशील, समाज के प्रति समर्पित संस्था है। इस संस्था में मानवाधिकार कार्यकर्ता और सामाजिक कार्यकर्ता सक्रीय रूप से कार्यरत है।
उन्होंने बताया कि भारतीय मानव अधिकार रक्षक देश में ही नहीं विदेशों के मानवाधिकार संरक्षण से संबंधित कार्यों में मिलकर सहयोग करता है। यह संस्था पूरी तरह से, न्याय के उद्देश्य के लिए, समर्पण के साथ काम कर रही हैं। मानवाधिकार संरक्षण, सभी के लिए, पड़ोसी देशों और शेष विश्व के लोगों के बीच विचारों, लोकाचार के आदान-प्रदान द्वारा वंचितों को, आर्थिक उत्थान, शिक्षा, शांति, सद्भाव, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एकता के लिए काम कर रही है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविन्द कुमार ने बताया कि मानव अधिकार रक्षक ने अपनी 2 वर्षों की अवधि में घरेलू हिंसा आदि से संबंधित लगभग 100 से अधिक मामले का निष्पादन कराया हैं। वर्तमान में भारतीय मानव अधिकार रक्षक संस्थान से लगभग 1000 से अधिक सदस्य बन चुके है और सभी सदस्य सक्रीय रूप से संगठन के प्रति समर्पित होकर कार्य कर रहे है। बिहार के 38 जिलों में से 14 जिलों में मानव अधिकार रक्षक के सदस्य सक्रीय रूप से काम कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि दो वर्षों में कानूनी जानकारी देने के लिए, नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवा देने के लिए, रक्तदान के लिए निःशुल्क भोजन वर्तरण, एवं गेट-टुगेदर बैठक की लगभग 150 से अधिक कैंप लगाया गया है।
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