पटना, 24 जनवरी :: जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा केन्द्र सरकार ने मास्टर स्ट्रोक लगाया है। वहीं जनता दल (यूनाइटेड) की चिर लंबित मांग पूरी हुई है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की अनुशंसा 5 वार कर चुके थे। उन्होंने पहलीबार वर्ष 2007 में अनुशंसा की थी, दूसरीबार 2017 में, तीसरीबार 2018 में, चौथीबार 2019 में और पांचवीबार 2021 में अनुशंसा केन्द्र सरकार को भेजी थी। उक्त बातें कलमजीवी संघ के अध्यक्ष डॉ प्रभात चन्द्रा ने कही।

उन्होंने कहा कि राज्य में कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर सभी राजनीतिक दल अति पिछड़ा वोट को अपने तरफ लुभाने की कोशिश में लगे हुए हैं, जबकि कर्पूरी ठाकुर की जयंती राज्य की सरकार में शामिल राजद और जदयू अलग-अलग मना रहे और दोनों कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा को अपनी-अपनी झोली में डालने का प्रयास कर रहें है।

डॉ प्रभात चन्द्रा ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर वास्तव में देश के अनमोल रत्न थे। उन्हें अपनी पीड़ा से अधिक दूसरों की पीड़ा को दूर करने की चिन्ता सताती थी। ईमानदारी और सादगी उनकी जीवन शैली थी। आज के दौर में ऐसा नेता विरले ही मिलते है। देखा जाय तो सचमुच में कर्पूरी ठाकुर देश के अनमोल रत्न थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उन्हें मरणोपरांत भारत-रत्न से सम्मानित करने की घोषणा किया जाना सराहनीय है। यह भी कहा जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का निर्णय गरीब वर्ग के लोगों को सम्मान बढ़ाने वाला है।

डॉ चन्द्रा ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की घोषणा किए जाने पर केन्द्र सरकार के प्रति प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा है कि यह निर्णय सही है। कर्पूरी ठाकुर की 100 वीं जयंती पर मिलने वाले सर्वोच्च सम्मान दलितों, वंचितों और उपेक्षित लोगों के बीच सकारात्मक भाव पैदा करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि जदयू की वर्षों पुरानी मांग पूरी हुई है इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद।

डॉ प्रभात चन्द्रा ने बताया कि कर्पूरी ठाकुर के पुत्र रामनाथ ठाकुर सांसद जदयू ने कहा है कि इस सम्मान को मैं राजनीतिक नजरिये से नहीं देखता हूँ और मैं अपनी ओर से, जदयू पार्टी की ओर से और बिहार के लागों की ओर से केन्द्र सरकार को धन्यवाद देता हूं। वहीं उनके दूसरे पुत्र वीरेंद्र ठाकुर ने भावुक होकर केन्द्र सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि मुझे विश्वास था कि यह सम्मान एक दिन जरूर मिलेगा।

डॉ चन्द्रा ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न सम्मान से सम्मानित करने की घोषणा का असर बिहार की राजनीति पर बड़ा असर करेगा। देश का सर्वोच्च सम्मान मिलने से अतिपिछड़ों में एक जबर्दस्त संदेश गया है।
————————

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You missed