यूक्रेन मे हालात चिंताजनक
रूस की सोवियत यूनियन बनाने की कवायत तेज , यूक्रेन मे करीब 25000 भारतीय रहते हैं including student and professional रूस पर अमेरिका ने आर्थिक प्रतिबंध लगाना शुरू कर दिया है । यूक्रेन और रूस के युध से भारत मे महंगाई बढ़ सकती है । भारत ना तो यूक्रेन को समर्थन कर सकता है और ना ही रूस को , बहुत ही गम्भीर समस्या है , भारत ने वहाँ फसे भारतीयों को बुलाने की कवायत तेज कर दी है । बताते चलें कि इससे पहले भी रूस ने कई अन्य हिस्सों पर कब्जा पूर्व मे ही कर लिया है । रूस के राष्ट्रपति श्री बीलामीडिर पुतिन का कहना है कि यह युद्ध दो प्रांतो को इंडिपेंडेंट देश और वहां पर शांति बहाल करने की कोसिस है। यूक्रेन की आर्मी रूस के मुकाबले बहुत छोटी है इसलिए वहाँ की जनता भी युध मे शामिल हो रही है हालात बहुत ही गंभीर है, बता दे की हालात बहुत ही पहले से खराब थे १० नवम्बर २०२१ को पहली बार ये खबर आई थी की रूस ने अपने मिलिट्री शोल्जर को यूक्रेन के बॉर्डर पर तैनात करना शुरू कर दिया है 28 नवम्बर 2021 तक यह बात समझ मे आ गई थी की रूस के करीब एक लाख से ज्यादा सैनिक यूक्रेन के बॉर्डर पर मौजूद थे|
ऐसा लगने लगा था की ये जनवरी 2022 से लेकर फरवरी 2022 तक कभी भी हमला कर सकते हैं , दिसम्बर तक यह खबर अमेरिका पहुची तब अमेरिका के राष्ट्रपति जो बेडेन ने रूस के राष्ट्रपती को धमकी दी कहा की ” अगर उक्रेन पर किसी भी तरह का हमला किया गया तो बहुत सख्त जबाब मिलेगा रूस को” बीजिंग ओलिंपिक को लेकर सायद रूस खामोस था चीन के दबाब मे, जैसे ही बीजिंग ओल्मिक खत्म हुआ चीन में २० फरवरी को रूस के राष्ट्र पती बिलामिदिर पुतिन का ब्यान आता है पुतिन ने कहा की उक्रेन डोनेत्स्क पीपुल्स रिपब्लिक और लुहांस पीपुल्स रिपब्लिक के लोगो के शांती और समप्रभुता को बचाने के लिए हम ऐसा कर रहें हैं | बता दे की रूस ने 2014 मे क्रिमीआ को अपने देश में मिलाया उससे पहले 2008 मे जोर्जिया के कुछ हिस्सों को मिलाया था और भी बहुत सारे क्षेत्र मे रूस का प्रभुत्व बढ़ा है | यह सब करने से यह साफ प्रतीत हो रहा है की रूस एक बार फिर से सोवियत यूनियन (USSR) बनाना चाहता है , बाद बांकी बने रहे हमारे साथ रूस ने हमले तेज कर दिए हैं वहा के हालात चिंताजनक है |
बने रहे हमारे साथ हमारी नजर बनी है वहां के हालात पर ।