*नई दिल्ली:-* 72 वर्षीय स्वर कोकिला सह पद्मश्री व पद्म विभूषण से सम्मानित लोक गायिका शारदा सिन्हा की कल देर शाम अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली में निधन हो गया। वो कई दिनों से एम्स नई दिल्ली के कैंसर वार्ड में इलाजरत थी। सन 2018 से वो मल्टीपल मायलोमा नामक रक्त कैंसर से जूझ रही थी। परसों एक बार फिर अचानक उनकी तबियत बहुत ज्यादा बिगड़ गयी जिसके बाद वो वेंटिलेटर पर चली गयी थी, जहां कल उन्होंने अंतिम सांस ली। इस बाबत उनके पुत्र अंशुमन सिन्हा ने उनके ऑफिशियल सोशल हैंडल से इस बात की जानकारी साझा करते हुए कहा कि आप सब की प्रार्थना और प्यार हमेशा मां के साथ रहेंगे। मां को छठी मईया ने अपने पास बुला लिया है। मां अब शारीरिक रूप में हम सब के बीच नहीं रहीं।
उनके निधन पर बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित उनके छठ गीतों व मंगल ध्वनियों के श्रोताओं व प्रशंसकों में पूरी देश-दुनिया में शोक की लहर फैल गयी है। वो लोक संगीत को अंतर्राष्ट्रीय फलक पर ले गयी।
ज्ञात हो कि श्रीमती सिन्हा ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के अंगीभूत इकाई वीमेंस कॉलेज, समस्तीपुर में संगीत विभाग की सेवानिवृत्त शिक्षिका भी थी। उनका जन्म बिहार के सुपौल जिला के राघोपुर प्रखंड के हुलास गाँव में 1 अक्टूबर 1952 ई. को हुआ था जबकि उनका ससुराल बेगूसराय जिला के मटिहानी प्रखंड के सिहमा गाँव में 1970 ई. में श्रीराम सिंह के बड़े बेटे ब्रज किशोर सिंह से हुआ था। शादी के शारदा सिन्हा के सरनेम को उनके पति ने अपना लिया। इसके बाद से वो ब्रज किशोर सिन्हा के नाम से जाने जाने लगे।
उनके पुत्र अंशुमन सिन्हा ने बताया कि मां का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन हेतु हमारे आवास “नारायणी” , रोड नंबर 6, राजेंद्र नगर ,पटना में रखा गया है। मां (शारदा सिन्हा) जी की अंतिम यात्रा कल सुबह 7 बजे उनके आवास राजेंद्र नगर रोड नंबर 6 से प्रस्थान करेगी। अंतिम संस्कार का कार्यक्रम गुलाबी घाट पर संपन्न किया जाएगा।
उनके निधन पर पीएम मोदी, सीएम नीतीश, राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, अश्विनी चौबे, विजय सिन्हा, कुमार विश्वास, मालिनी अवस्थी सहित कई हस्तियों ने शोक जताया है।