कम्युनिकेशन यानि संवाद पढ़ाते समय ये बताया जाता है कि बातें कैसे की जाये। आवाज के उतार चढ़ाव का असर बताते हैं, आपकी बात दूसरे पक्ष तक पहुंची या नहीं, इसे समझना होता है, ये भी बताया जाता है। जो नहीं बताते हैं, वो ये है कि किन विषयों पर बात नहीं की जाती। कई ऐसी बातें होती हैं, जिनपर चर्चा करने से करियर के शुरुआती दौर में नुकसान होता है और लोग ऐसा नुकसान झेलकर फिर सीख पाते हैं कि किस बारे में बात नहीं करनी। सफलता के लिए किन पांच मुद्दों पर बात नहीं करनी, आज हम उन्हीं की बात कर रहे हैं।

सबसे पहला मुद्दा जिसपर दूसरों से, विशेषकर अपने सहकर्मियों या तथाकथित मित्रों से भी बात नहीं करनी चहिये, वो है आपकी पारिवारिक समस्याएँ। परिवार में कई तरह के लोग होते हैं, सबसे आपके अच्छे सम्बन्ध हों, ऐसा आवश्यक भी नहीं होता। पारिवारिक रूप से आप कमजोर हैं, इसका पता चलते ही लोग आपका नाजायज फायदा उठाने की सोचने लगते हैं। ये जरूरी है कि पारिवारिक समस्याओं की किसी से चर्चा न की जाये। अपने सहकर्मियों से तो हरगिज इस विषय में बात नहीं करनी चाहिए। कभी गौर करेंगे तो आप पाएंगे कि कार्यस्थल पर यौन शोषण की शिकार होने वाली महिलाओं में एक बड़ा वर्ग ऐसी महिलाओं का होता है जो पहले ही पारिवारिक समस्याओं से जूझ रही होती हैं। उनका शोषण करने वालों को जैसे ही दिख गया कि वो परिवारिक समस्याओं से ग्रस्त हैं, वैसे ही ये महिलाऐं उन्हें आसान शिकार दिखने लगती हैं। सिर्फ महिलाओं को ही नहीं, पुरुषों को भी पारिवारिक समस्याओं के बारे में बात करने पर और नयी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अगर सफलता पानी है तो याद रखिये कि पारिवारिक समस्याओं के बारे में हरगिज कोई बात नहीं करनी।

 

दूसरी चीज जिसके बारे में बात नहीं की जानी चाहिए, वो है आपकी असली आय। ऐसा कई बार आपने लोगों को कहते भी सुना होगा कि जैसे महिलाऐं अपनी उम्र कुछ कम करके बताती हैं, वैसे ही पुरुष भी अपनी आय हमेशा कम करके बताते हैं। किसी अप्प्रैजल के बाद अगर आपकी सैलरी अधिक बढ़ी, आपके साथ के लोगों की उतनी नहीं बढ़ी, तो बेकार में उनमें इर्ष्या जागृत होगी और वो आपकी टांग खीचकर आपको नीचे लाने की कोशिश करेंगे। इसका उल्टा अगर कहीं आपकी कम बढ़ी हो और दूसरों की ज्यादा बढ़ी हो, तब आप सहकर्मियों के मजाक का विषय बन जायेंगे। वो आपको ओछा-छोटा, कम सफल मानकर दूरी बनाना शुरू करेंगे। कितने पैसे आपने शेयर मार्केट में लगा रखे हैं, उससे कितने का मुनाफा हो रहा है, या म्यूच्यूअल फण्ड या फिक्स डिपाजिट में आप अपनी आय का कितना हिस्सा बचाकर रखते हैं, इस चर्चा से बचिए। अपनी वास्तविक आय और कुल जमा-पूँजी के बारे में चर्चा करने से दूर रहने का प्रयास कीजिये।

 

तीसरी चीज जिसके बारे में चुप रहना चाहिए, उसे चुगली कहा जाता है। कभी-कभी ऐसा होता है कि आपको दूसरों के बारे में कुछ ऐसी बातें मालूम पड़ जाती हैं जो गुप्त हों। लोग अपने विश्वस्त पात्रों को स्वयं भी कई बातें बता देते हैं। आपको दूसरों के बारे में जो पता हो, उसकी चर्चा कभी मत कीजिये। यानी चुगली से कोसों दूर रहिये। आपकी या किसी और की भी चुगली की आदत का देर सवेर लोगों को पता चल ही जाता है। जैसे ही ये बात फैलने लगेगी कि आप चुगली करते हैं, या कर सकते हैं, आपकी विश्वसनीयता कम होने लगेगी। आप जीवन में कितने सफल होते हैं, ये इस बात पर भी निर्भर है कि आप कितने विश्वसनीय हैं। इसे बिज़नस की दुनियां में “ब्रांड वैल्यू” कहा जाता है। जिसकी विश्वसनीयता जितनी अधिक होगी, ब्रांड वैल्यू जितनी ज्यादा होगी, उसकी कीमत भी उतनी ही होती है, ये आप जानते हैं। इसलिए चुगली करने में दो-चार मिनट के मजे लेने के लिए अपनी ब्रांड वैल्यू मत बिगाड़ीये। किसी के लिव-इन में रहने और सम्बन्ध बिगड़ने की खबर, या किसी के बॉस से झगड़े की बात, किसी का अफेयर, किसी के तलाक जैसी बातें आपको पता चलेंगी। ध्यान रहे, जो बातें आपको दूसरों के बारे में पता हों, उनके बारे में चुप रहिये।

 

चौथी बात जिसके बारे में चुप्पी साधनी है, वो है भविष्य की योजनाएं। अगर आप किसी निजी कंपनी में नौकरी करते हैं तो आवश्यक नहीं कि आप आजीवन उसी में नौकरी करते रहेंगे। हो सकता है भविष्य में उसी क्षेत्र की किसी दूसरी बड़ी कंपनी में जाने का आपका इरादा हो। अगर आपने अपना भविष्य का ये इरादा बता दिया, तो मौजूदा कंपनी कभी आपको प्रमोशन देना चाहेगी क्या? हो सकता है जिस पोजीशन पर आप आज हों, वहाँ से आगे बढ़कर किसी सीनियर रैंक पर जाने की आपकी योजना हो। सभी की आगे बढ़ने की योजना तो होती ही है। आपके बॉस को जब पता चलेगा कि आप उसकी पोजीशन पर पहुँचने का इरादा रखते हैं, तो उसका व्यवहार आपके प्रति बदलेगा क्या? इन प्रश्नों के जवाब आप आसानी से सोच सकते हैं। इसलिए चौथी बात जिसके बारे में किसी को नहीं बताना, वो है आपकी भविष्य की योजनाएं। जब तक आप सफल न हो जाएँ, भविष्य की योजनाओं के बारे में किसी से बात मत कीजिये।

 

पिछली चार बातें जो किसी को नहीं बताते, वो कई वर्षों से नहीं बदलीं। जिस पाँचवी ऐसी चीज को हम देखने वाले हैं, जो किसी को नहीं बताते, वो नयी है। ये पाँचवी चीज है आपके पासवर्ड! बैंक से आने वाले ईमेल, प्रचार वगैरह में आप पहले ही एटीएम का पिन किसी को न बताने, गुप्त रखने के लिए कहते रहते हैं। काम करना शुरू करते ही आपको ये भी पता चल जाता है कि ऑफिसियल ईमेल का पासवर्ड किसी को नहीं बताया जाता। यही बात आपके सोशल मीडिया और दूसरे एकाउंट्स पर भी लागू होती है। आपके फेसबुक, ट्विटर, इन्स्टाग्राम वगैरह के पासवर्ड का पता आपकी गर्लफ्रेंड को भी नहीं होना चाहिए। अगर आपने बताया और बाद में कभी उससे झगड़ा-ब्रेकअप हो गया, तो फिर घंटों की मेहनत तो आपको सारे पासवर्ड बदलने में ही करनी होगी। उतनी देर में कोई कबाड़ा नहीं होगा, इसकी क्या गारंटी है?

 

तो ये थी वो पांच बातें, पारिवारिक समस्याएं, आपकी इनकम यानि आय, दूसरों के राज यानि चुगली, भविष्य की आपकी योजनाएं और पासवर्ड, जो कि किसी को भी नहीं बताने चाहिए। उम्मीद है, सफलता की राह पर आगे बढ़ते हुए आप इन्हें याद रखेंगे।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

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