योगी आदित्य नाथ दूसरी बार बनेंगे देश के सबसे बड़े राज्य के मुख्यमंत्री वही पंजाब मे हास्य कलाकार से सांसद बने आम आदमी पार्टी से भगवंत मान सम्भालेंगे पंजाब की कमान
उत्तरप्रदेश मे बीजेपी की जीत तो हुई , लेकिन बहुत ही कांटे की टक्कर देखने को मिली 100 वोट 200 और 300 किसी भी सीट पर 1000 से ऊपर वोटो की बढ़त का आंकड़ा नही छू पाई Antiincompancy तो साफ देखने को मिली अखिलेश यादव को 78 सीटो की बढ़त भी मिली |
बात करें अगर उत्तराखंड की तो यहां पर बीजेपी ने 70 मे से 48 सीट जीतकर उत्तरप्रदेश के साथ उत्तराखंड पर भी जीत का परचम लहरा दिया है कांग्रेस को मात्र 19 सीट से संतोष करना पड़ेगा | मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की 6951 वोटो से हार बीजेपी के मुख्यमंत्री खटीमा से अपनी ही सीट नही बचा पाए फलवार नहि फायर है , इतना जोर का फटा की खुद को ही जला बैठे राजनीति का खेल भी बड़ा दिलचस्प राजा को ही बन्दी बना लिया जाता है फिर भी जंग उंसी की सेना जीत जाती है । , बात करें अगर गोवा की तो वहां भी भाजपा 20 सीट जीतकर एक आध सीट का जुगाड़ करके सरकार बना ही लेगी मणिपुर मे भी क्लियर कट मेजोरिटी और बम्पर जीत मणिपुर मे भाजपा के मुख्यमंत्री ने बहुत सारी योजना वहाँ की जनता के लिए चलाई वही मुफ़्त राशन की योजना भी मणिपुर के लोगो को खूब रास आया वहां की चुनावो की कमान बीजेपी के फायर ब्रांड नेता डॉक्टर संबित पात्रा पर थी । वही पंजाब की जनता ने भाजपा और कांग्रेस दोनों को ही ठेंगा दिखा दिया , जीत तो ऐतिहासिक हुई है पंजाब मे आम आदमी पार्टी की, 117 मे से 92 सीट , आम आदमी पार्टी का स्ट्राइक रेट पंजाब के साथ गोआ मे भी सुधरा है आम आदमी पार्टी ने गोआ मे 2 सीट जीत कर यह साफ कर दिया कि वो अब देश की राष्ट्रीय राजनीति मे सक्रिय भूमिका निभाएगी हालांकि उत्तरप्रदेश, मणिपुर और उत्तराखण्ड मे आम आदमी पार्टी को कुछ भी हाँथ न लगा । अब बात सबसे बड़े प्रदेश उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तो अखिलेश आज सुबह से ही मीडिया पर बौखलाये हुए थे आज उन्होने सुबह सुबह कहा कि टीवी के शुरुआती रुझानों पर भरोषा न करें उनकी स्थिति खिसियानी बिल्ली खम्भा नोचे वाली स्थिति सी हो गई है । शुरू से ही evm और चुनाव आयोग को बिका हुआ बताना , अफसरों पर आरोप सब बिक गये हैं इस तरह के आरोप लगाए हालांकि की सपा का प्रदर्शन पहले के मुकाबले बेहतर रहा है , अब बात बहुजन समाज पार्टी की तो पार्टी की मुखिया शु श्री मायावती की पार्टी इस चुनाव मे फिसड्डी साबित हुई , मायावती चुनावो मे भी बहुत कम नजर आई , कभी उत्तरप्रदेश की सत्ता पर काबिज मायावती का यह हाल होगा किसी ने सोचा भी नही था । वही श्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया भी कुछ खास कमाल नही कर पाए । ओवैसी भी फिसड्डी ही साबित हुए उनको भी एक सीट भी नसीब नही हुई असद उद्दीन ओवैसी ने समाजवादी पार्टी का नुकसान ही किया और बीजेपी को फायदा पहुचाया , चुनाव परिणामो मे यह साफ देखने को मिलता है । सपा , बसपा, और अन्य क्षयत्रीय दल और कांग्रेस अगर साथ लड़ती तो परिणाम कुछ और भी हो सकते थे ! लेकिन सभी ने मिलकर एक दूसरे का नुकसान किया वोट शेयरिंग से यह साफ पता चलता है , इस चुनाव मे भी कांग्रेस और स्पा को साथ लड़ना चाहिए था । बेहरहाल बिजेपी जीत भले ही गई हो मगर उसको भी यह आत्मवलोकन करने की जरूरत है कि इतने कम अंतर (वोट %) से वो क्यो जीती ? अगर सब साथ हो गए होते फिर क्या होता ! बेहरहाल उत्तरप्रदेश , मिजोरम, उत्तराखण्ड और गोआ की जीत पर बीजेपी को शुभकामनाएं साथ ही आम आदमी पार्टी की पंजाब मे प्रचंड जीत दर्ज करने के लिए लख लख बधाई। अंत मे मेरी टिप्पणी लेते जाइये उत्तरप्रदेश मे जय श्रीराम और पंजाब मे चियर्स ।