कुछ लिखने के बारे में



अगर लेखन को एक व्यवसाय के तौर पर देखें तो कई लोग रिपोर्ट लिखते हैं, जैसे अख़बारों में, किसी संस्था के काम की या कोई सालाना रिपोर्ट। एक दूसरे किस्म के लेख को दृष्टिकोण लिखना कहा जा सकता है, जो कि पत्रिकाओं में, अख़बारों के सम्पादकीय में, या अक्सर वेबसाइट पर नजर आती है। एक तीसरे किस्म के लेखक को आप ज्यादा पहचानते हैं। ये तीसरा वाला लेखक, किताबें लिखता है। आमतौर पर इसी किताब लिखने वाले को लेखक कहा जाता है और हम लोग फ़िलहाल इस लेखक की बात ही नहीं कर रहे। हम अपनी बात दूसरे वाले यानि दृष्टिकोण लिखने वाले, “कंटेंट राइटर” से शुरू कर रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इस किस्म के लेखन में आप अपने विचारों को कागज़ या कंप्यूटर की एक फाइल में उतार रहे होते हैं…

इस वीडियो को आप एक लेख की तरह यहाँ पढ़ सकते हैं –
https://medium.com/@anand.datamation/%E0%A4%95%E0%A5%81%E0%A4%9B-%E0%A4%B2%E0%A4%BF%E0%A4%96%E0%A4%A8%E0%A5%87-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A5%87-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-b9ec9c2e0fce

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

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