Books for Children बच्चों के लिए कुछ किताबें



ये बच्चों को पसंद आने लायक कुछ किताबों पर चर्चा है, अगर ऐसी किताबों में रूचि हो तो इन्हें देख सकते हैं –

1. The Blue Umbrella – https://amzn.to/2A9p9Eo
2. Classics for Children – https://amzn.to/3c2fLQ1
3. Harry Potter Series – https://amzn.to/2ZzR9vi
4. Gita for Children – https://amzn.to/2A9pCXa
5. Random Curiosity – नेशनल बुक ट्रस्ट की दुकानों से ले सकते हैं

सबसे पहले “ए ब्लू अम्ब्रेला” जो कि रस्किन बांड की लिखी किताब है, उसके बारे में बात करते हैं। ये गढ़वाल इलाके के एक गाँव में रहने वाली बिन्या की कहानी है जिसे उसकी माला के बदले में पर्यटक, एक नीली छतरी दे जाते हैं। गाँव के दुकानदार राम भरोसे को वो छतरी पसंद आ जाती है और वो किसी तरह बिन्या से छतरी ले लेना चाहता है। आखिर में उसकी दुकान में काम करने आया एक लड़का वो छतरी चुराने की कोशिश करता है और पकड़ा जाता है।

नाराज ग्रामीण राम भरोसे की दुकान का बहिष्कार कर देते हैं। फिर राम भरोसे को अपनी हरकत पर पछतावा होता है और वो माफ़ी मांगने के बाद, अपनी माला के बदले में बिन्या से छाता ले लेता है। अब वो छाता सिर्फ अपने लिए नहीं रखता, बल्कि सार्वजनिक इस्तेमाल के लिए दुकान पर ही टांग देता है। ग्रामीण फिर से उसकी दुकान पर आने लगते हैं और जिसे जरूरत हो वो उसकी दुकान से छाता लेकर इस्तेमाल भी करने लगता है। कहानी का एक खुशनुमा अंत होता है।

आप बच्चों को ये कहानी सुनाकर उनसे प्रकृति के बारे में बात कर सकते हैं। उन्हें बता सकते हैं कि कैसे हमारे पास तीन मौसम – जाड़ा, गर्मी और बरसात होते हैं। पहाड़ों पर गर्मियां नहीं आती, वहां या तो बारिश का मौसम होता है या जाड़े का। इस वजह से वहां छाता एक जरुरत की चीज़ भी होता है। इसके अलावा बच्चे खेल खेल में किसी का बहिष्कार करते रहते हैं। राम भरोसे के बहिष्कार के जरिये उन्हें ये समझाया जा सकता है कि बहिष्कार कब सही है कब गलत। गाँधी जैसे नेताओं ने भी बहिष्कार या बॉयकोट का इस्तेमाल किया था ये भी बताया जा सकता है।

दूसरी जो किताबें हैं उन्हें “क्लासिक्स” कहा जाता है। वो कालजयी किस्म की हैं क्योंकि बरसों से पढ़ी जाती हैं। ऐसी किताबों में जो मेरे हाथ में थी वो “कॉल ऑफ़ द वाइल्ड” एक बक नाम के कुत्ते की कहानी है। ऐसी ही श्रृंखला में “ब्लैक ब्यूटी” एक घोड़े की कहानी है। बच्चों को अक्सर पशु-पक्षी, विशेषकर जिन्हें पाला जा सके, जैसे कुत्ते, बहुत पसंद आते हैं। ऐसे में ये किताबें उनमें पढ़ने की रूचि भी जगाएँगी। एक बार किताबों का शौक जाग जाए तो फिर बच्चा मोबाइल से चिपका रहता है, जैसी शिकायत भी कम होगी। अमर चित्र कथा के जरिये आप बच्चों का परिचय कई भारतीय नायक-नायिकाओं से भी करवा सकते हैं।

तीसरी कोई एक किताब नहीं बल्कि पूरी श्रृंखला है। हैरी पॉटर श्रृंखला की लेखिका को प्रकाशक ढूँढने में काफी मेहनत हुई थी। उनके जरिये बच्चों को संघर्ष का महत्व समझाया जा सकता है। कहानी का नायक हैरी पॉटर भी लगातार अपनी परिस्थितियों से संघर्ष कर रहा होता है। इसके अलावा ये दर्शाती है कि आम लोग, जादू कर पाने वालों के प्रति अच्छा व्यवहार नहीं करते इसलिए उन्हें छुपकर रहना पड़ता है। ये काफी कुछ रिलिजन के बारे में बताता है। रिलिजन ने जादू-टोना करने वाला कहकर जो “विच हंट” चलाया था उसमें कई स्त्रियाँ मार दी गयी थी। जोन ऑफ़ आर्क भी उनमें शामिल थी, इसलिए आप उसके बारे में भी बच्चों को इस किताब के जरिये समझा सकते हैं।

भारत की तरफ आटे हुए आप उन्हें “गोवा इनक्वीजीशन” के बारे में बता सकते हैं, जहाँ ऐसे ही यातनाएं देकर कई हिन्दुओं की हत्या की गयी थी। आगे इस किताब में मनुष्यों से इतर जीवों की बात है, जैसे “डीमेंटर” जो कि खुशियाँ चूस लेते हैं। अगर आप सोशल मीडिया पर हैं तो ऐसे जीवों से आपका पाला पड़ा होगा जो हर त्यौहार में “गिल्ट फील” करवाना चाहते हैं। अगर होली होगी तो वो कहेंगे पानी की बर्बादी, अगर दिवाली होगी तो वो कहेंगे पटाखों से प्रदुषण और पशुओं को परेशानी। यहाँ तक कि मेट्रो या कोई सड़क बनने, अन्तरिक्ष यान की भी बात हो तो वो पूछेंगे, इससे गरीब को रोटी मिलेगी क्या? तो “डीमेंटर” जैसे जीवों के जरिये आप उन्हें ऐसे लोगों के प्रति आगाह भी कर सकते हैं।

इसके बाद जो किताब हमने चुनी है वो “गीता फॉर चिल्ड्रेन” है जिसे रूपा पाई ने लिखा है। इसे बच्चों को दे देने की सलाह हम इसलिए देते हैं क्योंकि बच्चे सवाल बहुत पूछते हैं। जब वो सवाल करेंगे तो हो सकता है कि आप जवाब ढूँढने की कोशिश करें और इस चक्कर में आप खुद भी भगवद्गीता पढ़ लें। ऐसा कम ही होता है कि हिंदुत्व की बात करने वाले सनातनी योद्धाओं ने एक भी धर्म-ग्रन्थ पूरा पढ़ा हो। बच्चों के पढ़ने के बहाने आपका भी थोड़ा फायदा हो जाएगा। इसके साथ ये ध्यान रखने की बात है कि इसे बच्चे के साथ आपको खुद भी पढ़ना होगा। स्वामी चिन्मयानन्द की भी एक बच्चों के लिए भगवद्गीता आती है, आप चाहें तो उसे भी देख सकते हैं।

आखरी किताब “रैंडम क्यूरोसिटी” है जिसे जाने माने वैज्ञानिक प्रोफेसर यशपाल ने लिखा है। ये आसानी से नेशनल बुक ट्रस्ट की दुकानों में मिल जाएगी। इसमें बच्चों के सवालों के वैज्ञानिक जवाब हैं। बच्चे अक्सर जो सवाल करते रहते हैं, उनके बारे में आप इस किताब से सीख सकते हैं और बच्चों को भी बता सकते हैं कि किन किताबों में उनके सवालों के हल मौजूद हैं। हो सकता है पढ़ने के प्रति उनकी थोड़ी रूचि इस किताब से जागे। विज्ञान के प्रति भी उनकी रूचि इससे बढ़ेगी ऐसी उम्मीद की जा सकती है। फ़िलहाल के लिए बस इतनी ही किताबें!

बाकी अगर बच्चों से जुड़ी किन्हीं और किताबों का आपको पता हो, या उनके बारे में आप चर्चा करना चाहें तो कमेंट में जरूर बताइये। आपके सुझावों का स्वागत रहेगा!

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है।

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