ऐसी कई स्थानीय व्यापारी हैं, जो आपके घरों के आस-पास ही कहीं अपनी छोटी सी दुकान सजाती होंगी। अक्सर ये दुकानें घर के सजावट के सामान की, या फिर फूलों-सब्जियों की छोटी-मोटी दुकानें होंगी। आपके परिचितों में कुछ सोशल मीडिया के जरिये कपड़ों, कलात्मक चीज़ों के व्यापार से जुड़ी हों, ऐसा भी हो सकता है। सोचकर देखिएगा, किसी बड़े विदेशी ब्रांड के महंगे उत्पादों पर दिखावे में खर्च करने के बदले, क्या ऐसी छोटी जगहों से खरीदारी करके स्थानीय को बढ़ावा देना अच्छा नहीं होगा? दीपावली की खुशियाँ मनाने का मौका उन्हें दीजिये जो खुद भी दीपावली मनाते हों!