साहित्य
भारतीय दर्शन शाश्वत, सत्य, सनातन और अपौरुषेय है
लेखक: अवधेश झा भारतीय दर्शन आत्मा की तरह नित्य, सत्य और सनातन है तथा समस्त दर्शन शास्त्र का मूल उद्देश्य विभिन्न माध्यमों से ब्रह्म के स्वरूप का दर्शन करना ही…
सनातन संस्कृति के भाव को जगाने हेतु संघ की स्थापना विजयादशमी के दिन ही क्यों हुई
भारतीय परंपरा में, “आश्विन शुक्ल दशमी” को, अक्षय स्फूर्ति, शक्तिपूजा एवं विजय प्राप्ति का दिवस माना जाता है। किसी भी शुभ, सात्विक एवं राष्ट्र गौरवकारी कार्य को प्रारंभ करने के…
दुर्गा विसर्जन और विजयदशमी 12 अक्टूबर को – उदया तिथि से 13 अक्टूबर को दुर्गा विसर्जन
जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 11 अक्तूबर :: मान्यता है कि इस दिन मां दुर्गा ने महिषाशुर नाम के राक्षस का वध किया था और भगवान राम ने रावण को युद्ध…
मां सिद्धिदात्री ने भगवान शिव को 18 प्रकार की सिद्धियाँ दी थी – नवरात्र में नवमी को होती है मां सिद्धिदात्री की पूजा
जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 10 अक्तूबर :: ‘नवरात्र’ शब्द से नव अहोरात्रों (विशेष रात्रियों) का बोध होता है। इस अवधि में मां दुर्गा के नवरूपों की उपासना की जाती है।…
भगवान “राम” द्वारा शक्ति जागरण
लेखक: अवधेश झा “शक्ति” परब्रह्म परमात्मा का ही अनंत स्त्रोत का क्रिया भाव है। इसलिए, शक्ति के माध्यम से ही विभिन्न भावों की प्राप्ति होती है और शक्ति से ही…